इस्लामिया 1981 बैच का गेट टुगेदर समारोह का आयोजन…

सामाजिक सेवा कार्यों को गति देने का लिया संकल्प

सीकर/ स्थानीय मोहल्ला हुसैन गंज स्थित मस्जिद अबुजर के पास सीकर निवासी और मुंबई प्रवासी बिजनेसमैन हाजी मोहम्मद खालिद भाटी का बंगला महर नूर बाग में इस्लामिया स्कूल के 1981 बैच के सहपाठियों का गेट टुगेदर (स्नेह मिलन) समारोह का आयोजन किया गया जिसमें 44 वर्षों बाद कई सहपाठियों का मिलन हुआ । सभी ने अपने स्कूली जीवन बाद की अपनी शिक्षा, सर्विस, कारोबार और परिवार के बारे में बताते हुए और स्कूल समय के संस्मरण सुनाते हुए उपस्थित सभी गदगद (खुश) हुए।
1981 बैच के निसार अहमद जाटू ने बताया कि हाजी मोहम्मद खालिद भाटी की ओर से आयोजित समारोह में मुस्लिम समाज में शिक्षा की स्थिति, जरूरतमंदो की शिक्षा में आर्थिक सहयोग, समाज की जरूरतमंद बेटियों के सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित करने जैसे विभिन्न सामाजिक सेवा कार्यों पर चर्चा कर, अक्टूबर माह से इन सेवा कार्यों को गति देने का संकल्प लेते हुए निर्णय किया गया। कार्यक्रम के आखिर में हाजी मोहम्मद खालिद भाटी द्वारा दावत का आयोजन किया गया। इस मौके पर 1981 बैच के साथी जो वर्तमान में डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षा विद, बिल्डर व कॉन्ट्रेक्टर, नर्सिंग अधिकारी, रिटायर्ड अधिकारी , बिजनेस मैन, हाजी मोहम्मद खालिद भाटी, शौकत अली रंगरेज, मोहम्मद इकराम पठान, हाजी लियाकत अली बेहलीम, मोहम्मद सलीम श्याम, हाजी मोहम्मद आमीन खोखर, हाजी रशीद अहमद चौहान, मोहम्मद अली बडगुजर, मोहम्मद फारूक खत्री, गुलामुद्दीन कुरेशी, मोहम्मद शब्बीर, मो रियाज नारू, हाजी जाफर अली बेहलीम, अब्दुल मन्नान रंगरेज, दीनदयाल शर्मा, मो शब्बीर गौरी, इकराम हुसैन मंसूरी, शब्बीर चौहान, सुजाउद्दीन पडियार, मो आमीन जाटू, मोहम्मद उस्मान, अबरार रंगरेज, खुर्शीद शेख, अख्तर अली तंवर, निजामुद्दीन जाटू, मोहम्मद याकूब, मोहम्मद यूसुफ कछावा, मोहम्मद इकबाल अंसारी, मोहम्मद युनुस सय्यद, अब्दुल माजिद खान, सईद गौड़, लियाकत अली सय्यद, निसार अहमद जाटू सहित अन्य दोस्त अहबाब ने शिरकत की और शेष साथियों कमरूल इस्लाम, असलम भाटी, गुलामदस्तगीर, इलियास कुरेशी, जलीस चौधरी, जावेद पडियार, मोहम्मद इशाक , मो रमजान, इदरीश चौहान, वली भाटी, अशफाक अहमद ,बहाउदीन, हारून खान, मोइनुद्दीन, अब्दुल कयूम, सलाउद्दीन, सय्यद शफीक ने सीकर से बाहर होने और व्यस्तता के कारण वीडियो कॉन्फ्रेंस कॉलिंग से बात कर अपनी उपस्थित दर्ज करवाई।