उदयपुरवाटी में एक साल के पैंथर की संघर्ष में गई जान

झुंझुनूं के उदयपुरवाटी के छापोली ग्राम पंचायत के कदम कुंड इलाके में एक पैंथर का शव मिलने से सनसनी फैल गई. जानकारी के मुताबिक वन विभाग के तहत कार्यरत मजदूरों को एक मृत पैंथर कदम कुंड के पास पहाड़ी पर लगे पेड़ पर लटका हुआ दिखा.

झुंझुनूं के उदयपुरवाटी के छापोली ग्राम पंचायत के कदम कुंड इलाके में एक पैंथर का शव मिलने से सनसनी फैल गई. जानकारी के मुताबिक वन विभाग के तहत कार्यरत मजदूरों को एक मृत पैंथर कदम कुंड के पास पहाड़ी पर लगे पेड़ पर लटका हुआ दिखा. जिस पर मजदूरों ने विभाग के अधिकारियों को सूचना दी. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने जब इस पैंथर को नीचे उतारा तो वह जख्मी हालत में था और एक साल का बच्चा ही था. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अक्सर पैंथरों में अपने क्षेत्र में आने-जाने के लिए संघर्ष चलता है. इसलिए यह एक साल का बच्चा पैंथर इसी का शिकार हुआ है.

डीएफओ राजेंद्र कुमार हुड्डा ने बताया कि कदम कुंड की पहाड़ी की दूसरी तरफ एक मादा पैंथर और उसके तीन बच्चे रहते है. संभवतया इसी मादा पैंथर के तीन बच्चों में से यह एक बच्चा था, जो अपने भोजन के लिए पहाड़ी के दूसरी तरफ आ गया. पहाड़ी के दूसरे तरफ के किसी एक बड़े पैंथर ने इस पर हमला किया और यह घायल होने के बाद जान बचाने के लिए पेड़ पर चढ़ गया. जहां पर उसकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि मेडिकल बोर्ड से मृत पैंथर का पोस्टमार्टम कराया गया है. जिसमें आपस में पैंथरों के झगड़े में लगी चोटों के कारण मौत होना ही सामने आया है.  फिलहाल उदयपुरवाटी के पहाड़ी इलाकों में छोड़े गए पैंथरों को वन विभाग ने नाम नहीं दिया है. जिसके चलते अभी सबकुछ अंदाजे से चल रहा है. वन विभाग यह भी बताने में असमर्थ है कि आखिर यह बच्चा पैंथर कौनसा था और इस पर कौनसे पैंथर हमला कर सकते है. वन विभाग के अधिकारियों की मानें तो एक मादा पैंथर के तीन बच्चे है. जो अब बड़े हो गए है. इसलिए वे अपना भोजन पानी करने के लिए खुद ही निकल जाते है. प्रथम दृष्टया मृत बच्चा पैंथर उसी में से एक है. लेकिन ऐसे में संभावना बन जाती है कि अभी दो बच्चे पैंथर और भी है, जो भी यदि भटकते हुए दूसरे पैंथरों के इलाकों में आ जाते है, तो उनके साथ भी यह संघर्ष संभव है. वहीं मादा पैंथर भी अपने बच्चे पैंथर की तलाश में आ सकती है.