बिरानिया गांव में बिजली लाइन दुरुस्त करते समय करंट लगने से एफआरटी कर्मी कृष्ण कुमार की मौत के बाद आखिरकार मुआवजे का रास्ता साफ हो गया। पूर्व विधायक नंद किशोर महरिया ने जयपुर में ऊर्जा मंत्री हीरा लाल नागर से मुलाकात कर पूरा मामला रखा। महरिया ने मंत्री को बताया कि हादसा जीएसएस कर्मचारी की लापरवाही से हुआ। बिना अनुमति लाइन चालू कर दी गई थी। कृष्ण कुमार घर में अकेले कमाने वाले थे और माता-पिता के इकलौते बेटे थे। ऐसे में परिवार पर बड़ा आर्थिक संकट आ गया है। मंत्री नागर ने तुरंत अधिकारियों से बात कर अधिकतम मुआवजा देने के निर्देश दिए। इसके बाद संघर्ष समिति और प्रशासन के बीच हुई वार्ता में 22 लाख रुपए मुआवजा और मृतक के माता-पिता को 7-7 हजार रुपए मासिक पेंशन देने पर सहमति बनी। महरिया ने मंत्री का आभार जताते हुए कहा कि उनकी पहल से पीड़ित परिवार को राहत मिल सकी है। क्षेत्रवासियों ने भी मंत्री की तत्परता और सख्ती की सराहना की।