ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर का सीकर दौरा: बिजली कनेक्शन और कृषि बिजली आपूर्ति पर जोर…

बैठक में लंबित कनेक्शनों और ओवरलोडिंग की समस्याओं पर हुई चर्चा

ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने आज सीकर में कलेक्ट्रेट सभागार में बिजली विभाग के संभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में सीकर कलेक्टर मुकुल शर्मा, सांसद अमराराम, धोद विधायक गोरधन वर्मा, नवलगढ़ विधायक विक्रम जाखल और सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर समेत कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए।

लंबित कृषि बिजली कनेक्शनों का मुद्दा

सांसद अमराराम और विधायक गोरधन वर्मा ने रबी की फसल की बुवाई से पहले लंबित 8,000 से अधिक कृषि बिजली कनेक्शनों की समस्या को उठाया। उन्होंने कहा कि किसान डिमांड राशि जमा कर चुके हैं, लेकिन कनेक्शन नहीं मिले हैं। इस पर ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियों को जल्द से जल्द कनेक्शन देने के निर्देश दिए। विभाग के एसई अरुण जोशी ने बताया कि आचार संहिता और तकनीकी कारणों से देरी हुई, लेकिन 2025 के जुलाई-अगस्त तक सभी लंबित कनेक्शन जारी कर दिए जाएंगे।

ओवरलोडिंग और ट्रांसफार्मर की समस्याएं

नवलगढ़ विधायक विक्रम जाखल ने बिजली ओवरलोडिंग और किसानों को पर्याप्त बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने पर जोर दिया। वहीं, सांसद अमराराम ने थोई क्षेत्र में डेढ़ महीने से खराब पड़े ट्रांसफार्मर की समस्या उठाई। अधिकारियों ने बताया कि पुराने मॉडल के कारण इसमें देरी हुई, लेकिन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।

सरकार की ऊर्जा नीतियां और नई योजनाएं

मंत्री नागर ने कहा कि पिछली सरकार ने बिना योजना के कनेक्शन जारी किए, जिससे इंफ्रास्ट्रक्चर में कमी हुई। वर्तमान सरकार ने बिना कर्ज लिए बिजली क्षेत्र में काम किया है। उन्होंने दोपहर में भी किसानों को अधिक बिजली आपूर्ति का प्रयास करने और जीएसएस पर बेहतर प्रबंधन के निर्देश दिए।

राइजिंग राजस्थान और ऊर्जा नीति

मंत्री ने बताया कि राइजिंग राजस्थान के तहत अब तक 20 लाख करोड़ के एमओयू साइन हो चुके हैं, और यह आंकड़ा 25 लाख करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। इसके अलावा, जल्द ही नई ऊर्जा नीति लाई जाएगी, जिससे निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

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