शेखावाटी यूनिवर्सिटी और आर्ट्स कॉलेज में छात्रों ने फीस बढ़ोतरी के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। छात्र संगठन एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने आर्ट्स कॉलेज से यूनिवर्सिटी तक नारेबाजी करते हुए मार्च किया। एसएफआई ने नए साल पर यूनिवर्सिटी द्वारा फीस में 200% की वृद्धि को ‘तुगलकी फरमान’ करार दिया और इसे वापस लेने की मांग की।
छात्र नेता दाऊद खान ने आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने फीस बढ़ाकर छात्रों को ठगने का काम किया है। उन्होंने बताया कि शेखावाटी यूनिवर्सिटी से जुड़े अधिकांश कॉलेजों में गरीब मजदूरों और किसानों के बच्चे पढ़ते हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं है कि वे इतनी बढ़ी हुई फीस चुका सकें।
एसएफआई ने अपनी मुख्य मांगों में स्नातक (प्रथम और तृतीय), स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर के नियमित और नॉन कॉलेज स्टूडेंट्स की बढ़ाई गई फीस को वापस लेने का आदेश जारी करने की अपील की है। इसके साथ ही, स्नातक तृतीय पूरक परीक्षा परिणाम जारी किए बिना स्नातकोत्तर के पहले सेमेस्टर के आवेदन लेने के आदेश को भी वापस लेने की मांग की गई है।
एसएफआई ने चेतावनी दी कि अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जल्द ही इन मुद्दों को हल नहीं किया तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। प्रदर्शन में कई छात्र उपस्थित थे और उन्होंने अपनी मांगों को लेकर आक्रोश व्यक्त किया।
मुख्य मांगें:
- स्नातक और स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर की बढ़ाई गई फीस को वापस लिया जाए।
- स्नातक तृतीय पूरक परीक्षा परिणाम जारी किया जाए।
- स्नातकोत्तर पहले सेमेस्टर के आवेदन के लिए राजशाही आदेश को वापस लिया जाए।
एसएफआई ने आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी है यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं।