कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं विधायक जुबेर खान का आज सुबह 5.50 बजे अलवर में निधन हो गया है। उनको शाम पांच बजे रामगढ़ में सुपुर्द -ए- ख़ाक किया जाएगा। वे लंबे समय से बीमार थे। हरदिल -अज़ीज़ जुबेर खान राजस्थान प्रदेश एनएसयूआई के अध्यक्ष रहे थे। वे एनएसयूआई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रहे। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव के रूप में वे उत्तर प्रदेश के सह -प्रभारी रहे। जुबेर खान इस समय चौथी बार रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। सर्वधर्म समभाव, सौहार्द् के पर्याय जुबेर खान युवाओं और समाज के कमजोर वर्ग के लिए सदा समर्पित रहे।
जुबेर खान का राजनीतिक सफर:
1990 में पहली बार रामगढ़ (अलवर) से कांग्रेस के टिकट पर MLA बने। तब जुबेर खान की उम्र 25 साल 4 महीने थी। 1993 में दुबारा एमएलए बने थे। इसके बाद NSUI के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष रहे थे। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भी रहे थे। इसके बाद 2003 विधायक बने।बाद में विधानसभा में सचेतक बने । 2008 में वो चुनाव हार गए थे। उनकी पत्नी को 2010 में जिला प्रमुख बनाया गया। वर्ष 2012 में AICC के सचिव बने थे। 2013 में फिर विधानसभा का चुनाव हार गए। साल 2018 के चुनाव में उनकी पत्नी सफिया खान को कांग्रेस ने टिकट दिया और वो जीत गईं। जुबेर 2021 में मेवात विकास बोर्ड के चेयरमैन बने थे। 2023 में फिर जुबेर एमएलए बन गए थे। राजनीतिक तौर पर जुबेर खान के निधन के बाद अब प्रदेश में 7 विधानसभा सीटें खाली हो गई हैं। अब 7 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होंगे। पांच सीटें विधायकों के लोकसभा सांसद बनने के कारण खाली हुईं है। सलूंबर सीट बीजेपी विधायक अमृतलाल मीणा के निधन की वजह से खाली हुई है। जुबेर खान के निधन के बाद विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या 65 रह गई है ।