किसान सम्मेलन: किसान आंदोलन खत्म हुए एक साल हो चुका लेकिन किसानों पर हुए मुकदमे वापस नहीं-किसान नेता

पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 120 वी जयंती के कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज किसान सम्मेलन आयोजित हुआ. किसान नेताओं ने राजस्थान में आए दिन हो रहे पेपर लीक व नकल जैसे मामलों को लेकर भी बात की.

सीकर के कटराथल गांव में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 120 वी जयंती के कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज किसान सम्मेलन आयोजित हुआ. किसान सम्मेलन में राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी और आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर भी मौजूद रहे.किसान नेताओं ने कहा कि किसान आंदोलन खत्म हुए एक साल हो चुका है लेकिन अब तक किसानों पर हुए मुकदमे तक वापस नहीं हुए हैं. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में किसानों पर हिंसा हुई. उस हिंसा में मारे गए 4 किसानों के बेटों को सरकारी नौकरी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नहीं दी है. इसके अतिरिक्त जो 13 किसान घायल हुए उनके परिवारों को 1 साल बाद भी मुआवजा नहीं मिला है. सरकार ने मांगें भी नहीं मानी हैं.ऐसे में अब दोबारा सरकार पर दबाव बनाया जाएगा. आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर ने कहा कि यह गठबंधन 2023 के लिए राजस्थान में एक मजबूत नेतृत्व खड़ा करेगा. राजस्थान में आए दिन पेपर लीक और नकल जैसे मामले सामने आ रहे हैं. दलित और तमाम वर्गों पर अत्याचार के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं लेकिन इन पर जवाब देने वाला कोई नहीं है.जयंत चौधरी ने कहा कि राजस्थान किसानों की धरती माना जाता है. यहां पिछड़ा वर्ग, किसान और गरीबों के उत्थान के लिए पार्टी ने किसान सम्मेलन की शुरुआत की है. कहा कि राजस्थान में फिलहाल मायड़ भाषा को राजभाषा का दर्जा दिलाने के लिए लगातार मांग की जा रही है,

चौधरी ने कहा कि संगठन इसमें भी समर्थन करता है क्योंकि किसी इलाके की पहचान वहां की भाषा से ही होती है. भाषा से ही संस्कृति विकसित होती है. यदि भाषा नहीं बचेगी तो संस्कृति मर जाएगी. राजस्थान में राष्ट्रीय लोकदल और आजाद समाज पार्टी एक मजबूत गठबंधन से सभी वर्गों को साथ लेकर काम करेगी.

Azad Samaj Party chief ChandrashekharFormer Prime Minister Chaudhary Charan Singhhindi newskatarathalkatarathal sikarkisan sabhaKisan SammelanMayad language status as official languagerajasthanRajya Sabha MP Jayant ChaudharySikarSIKAR NEWS