गुजरात के एक प्राइवेट पॉलिटेक्निक कॉलेज में हुई घटना का वीडियो ट्विटर पर काफी लोगों के गुस्से का कारण बना हुआ है. एबीवीपी के नेता अक्षत जैसवाल (Akshat Jaiswal) कुछ और सदस्यों के साथ कॉलेज की प्रिंसिपल मोनिका स्वामी (Monica Swami) के ऑफिस में गए और उनसे बहस करने लगे. दरअसल इस बहस का कारण एक लड़की की अटेंडेंस है. एक सेकेंड सेमेस्टर की छात्रा की कॉलेज में कम अटेंडेंस (Attendance) होने की वजह से मामले ने तूल पकड़ लिया. इस वीडियो में एबीवीपी (ABVP) के सदस्यों और प्रिंसिपल के बीच अच्छी खासी बहस होती दिखाई दे रही है. पहले आप ये वायरल वीडियो देखें… एबीवीपी के सदस्यों ने प्रिंसिपल को छात्रा (Student) के सामने हाथ जोड़कर माफी मांगने के लिए मजबूर कर दिया. थोड़ी देर बाद प्रिंसिपल को लड़की के पैर छूते हुए देखा जा सकता है. सोशल मीडिया (Social Media) पर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (कांग्रेस की छात्र शाखा) ने एबीवीपी के सदस्यों की इस हरकत की कड़ी आलोचना की है. भाविक सोलंकी (Bhavik Solanki) ने इस तरीके के बर्ताव को शर्मनाक (Shameful) बताया. आपको बता दें कि प्रिंसिपल ने बाद में एबीवीपी नेताओं के माफी मांगने की बात कही है. वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले को लेकर एबीवीपी ने माफी (Apology) मांगी. एबीवीपी की तरफ से कहा गया है कि वो अध्यापक-छात्र के पवित्र रिश्ते पर भरोसा करता है और अक्षत जैसवाल के ऐसे बर्ताव को सपोर्ट नहीं करता है. बाद में बताया गया कि जैसवाल को अपनी गलती के लिए संस्थान से निकाल (Expelled) दिया गया है.