कोहरे और शीतलहर के कारण सीकर जिले में सर्दी के तेवर तेज, तापमान 11.8 डिग्री दर्ज…

शीतलहर की स्थिति बनी रही, ट्रेनों और रोडवेज बसों के संचालन में देरी, आगामी दो दिनों तक कोहरे का असर

सीकर जिले में मंगलवार को भी चौथे दिन सर्दी का कहर जारी रहा। दिनभर कोहरे के छाए रहने के कारण जिले में विजिबिलिटी 30 मीटर से भी कम रही, जिससे शीतलहर की स्थिति और भी गंभीर हो गई। जिला मुख्यालय सहित कई स्थानों पर सर्दी के तेवर तेज थे और तापमान में गिरावट आई।

फतेहपुर कृषि अनुसंधान केंद्र के अनुसार, इस वर्ष 31 दिसंबर को दिन का तापमान 11.8 डिग्री दर्ज हुआ, जो पिछले पांच सालों में सबसे कम है। इससे पहले, वर्ष 2019 में 31 दिसंबर को अधिकतम तापमान 12.9 डिग्री रहा था।

मौसम विभाग के अनुसार, पिछले चार वर्षों में दिसंबर के महीने में सबसे कम तापमान क्रमशः 2020 में 16 डिग्री, 2021 में 20.4 डिग्री, 2022 में 19.6 डिग्री और 2023 में 20.5 डिग्री था। मंगलवार को अधिकतम तापमान 11.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 3.7 डिग्री दर्ज किया गया। सोमवार को अधिकतम तापमान 17.5 डिग्री और न्यूनतम 8.3 डिग्री था।

अति शीत लहर की स्थिति में, यदि दिनभर कोहरा रहे और रात का तापमान 10 डिग्री से कम हो, तो इसे शीतलहर माना जाता है। इस समय, सीकर जिले में शीतलहर का दबाव बना रहा और ट्रेन और रोडवेज बसों के संचालन में देरी हुई। सीकर-बांद्रा और सीकर-दिल्ली ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन एक घंटे देरी से हुआ।

जयपुर और चूरू ट्रैक पर भी लोकल ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ, और रोडवेज बसें भी 15 से 20 मिनट की देरी से पहुंचीं। जयपुर मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार, शेखावाटी सहित प्रदेशभर में आगामी दो दिनों तक कोहरे और शीतलहर का दबाव बना रहने की संभावना है। तापमान जमाव बिंदु के करीब जा सकता है।

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