झुंझुनूं जिले में खाद्य सुरक्षा योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को जोड़ने की प्रक्रिया बेहद धीमी गति से चल रही है। पिछले साढ़े तीन महीनों में 18,998 आवेदन प्राप्त हुए, लेकिन अब तक केवल 32 लोगों को ही राशन कार्ड की स्वीकृति मिल सकी है। यह आंकड़ा कुल आवेदनों का एक प्रतिशत से भी कम है। त्रिस्तरीय प्रक्रिया में अधिकांश फॉर्म अभी तक विभिन्न जांच चरणों में ही अटके हुए हैं। मंडावा एसडीएम ने 31 स्वीकृतियां जारी कर सबसे बेहतर कार्य किया, जबकि झुंझुनूं एसडीएम केवल एक ही फॉर्म पास कर सके।
जिला रसद अधिकारी निकिता राठौड़ ने बताया कि फॉर्मों की जांच प्रक्रिया जारी है और जल्द ही प्रिंटिंग की सुविधा भी शुरू होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्थिति खराब है—उदयपुरवाटी और नवलगढ़ जैसे क्षेत्रों से 1900 से अधिक आवेदन आए, लेकिन एक भी स्वीकृति नहीं मिली। झुंझुनूं शहर के 1525 फॉर्मों में से सिर्फ एक पास हुआ है। स्थिति यह है कि लगभग 4,000 आवेदन ऐसे हैं, जिनका जिम्मेदार अधिकारी तक तय नहीं है, जिससे जरूरतमंद लोग योजना से वंचित हो रहे हैं।