गुढ़ागौड़जी: लूट की वारदातों का खुलासा, गैंग के सदस्य किराए के मकान में रहकर करते थे प्लानिंग
रिमांड पर चल रहे आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में दोनों वारदातें कबूल की है. पूछताछ में बताया विभिन्न शहरों में किराए के मकान में रहकर व्यापारी की रेकी करते थे और आवाजाही का समय एवं स्थान देखते है. चाकू, पिस्टल दिखाकर लूट कर भाग जाते है और लूट के पैसों को आपस में में बांट लेते है.
झुंझुनूं जिलें की मुकुंदगढ़ मंडी में व्यापारी पिता-पुत्र से लूट का प्रयास करने के आरोपियों ने गुढागौडज़ी में भी दो व्यापारियों के साथ लूट की थी. रिमांड पर चल रहे आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में दोनों वारदातें कबूल की है. पुलिस टीम में एसएचओ सरदारमल, एएसआई सुमेरसिंह, एचसी दामोदर, एचसी साईबर सैल दिनेश,कांस्टेबल अजयसिंह, जितेन्द्र व प्रकाश चंद शामिल थे.
SHO सरदारमल ने बताया आरोपी चिड़ावा के विकास शर्मा, चूरू के कपिल शर्मा और गुढ़ागोड़जी के अमित जाट ने पूछताछ में 16 सितंबर व 20 अक्टूबर को लूट की दो वारदातों को अंजाम देना कबूल किए हैं. आरोपियों ने 16 सितंबर की रात गुढागौडजी के टोडी शिवमंदिर के निकट स्कूटी सवार व्यापारी को डंडा मारकर 90 हजार रुपए की लूट करने व 20 सितंबर को दोपहर साढे 12 बजे धमोरा मोड़ पर 80 हजार रुपए की लूट की थी.
वारदात का बाद आरोपियों ने लूट की राशि का आपस में बंटवारा कर लिया. SHO सरदारमल ने बताया कि गैंग के सदस्य विभिन्न शहरों में किराए के मकान में रहकर व्यापारी की रेकी करते थे और आवाजाही का समय एवं स्थान देखते है. वारदात से पहले रात को किराए के मकान में रहकर प्लानिंग करते थे.
आरोपी बाइकों पर सवार होकर हैलमेट और तौलिया सिर पर लगाकर घटनास्थल पर पहुंचकर अलग-अलग जगह तैनात हो जाते है और आपस में मोबाइल पर बात कर व्यापारी के आने पर डंडे से वार कर उसको जमीन पर गिराते है. बाद में चाकू, पिस्टल दिखाकर लूट कर भाग जाते है और लूट के पैसों को आपस में में बांट लेते है. कुछ दिन बाद वारदात के बाद ये अन्य शहर में जाकर किराए पर कमरा लेकर रहने लग जाते है.