गोपाष्टमी पर्व का हुआ आयोजन, गाय प्राणी नहीं प्राण है-गाडौदा शिवमठ पीठाधीश्वर महंत महावीरजती महाराज
सीकर मे गोहितर्थ गोपाष्टमी आयोजन समिति द्वारा विभिन्न गो चेतना कार्यक्रमों द्वारा आज गोपाष्टमी को रामलीला मैदान में संतो के सानिध्य में शहर के गोभक्त प्रबुधजनो, गोसेवको और मातृशक्ति की उपस्थिति में संपन्न हुआ
गाय की सेवा, सुरक्षा, संरक्षण और प्रकृति पर्यावरण प्राणी मात्र के कल्याण के लिए गोहितर्थ गोपाष्टमी आयोजन समिति द्वारा विभिन्न गो चेतना कार्यक्रमों द्वारा आज गोपाष्टमी को रामलीला मैदान में संतो के सानिध्य में शहर के गोभक्त प्रबुधजनो , गोसेवको और मातृशक्ति की उपस्थिति में संपन्न हुआ.
मुख्य वक्ता क्षेत्रीय गौ सेवा प्रमुख नवरंग शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि वेदर लक्ष्णा गौ माता भगवान की भगवान , देवत्ववर्ती तत्व की पोशक , भारत भूमि का प्राण, विश्व की माता एवं सतोगुण की टकसाल है जो सामाजिक आर्थिक सांस्कृतिक और वैज्ञानिक दृष्टि से प्रकृति पर्यावरण और प्राणी मात्र के लिए अति आवश्यक प्राणी है. दीपावली से लेकर आज गोपाष्टमी तक विभिन्न प्रकल्पो द्वारा गाय के गो उत्पादों पंचगव्य आदि को बढ़ावा देने और गाय के संरक्षण सेवा के उद्देश्य से यह कार्यक्रम जनचेतना के लिए किया गया हैं. केवल गोपाष्टमी आयोजन विशेष पर गाय की पूजा अर्चना करने से गाय का कल्याण नहीं होगा बल्कि गाय का घर में संरक्षण, पालन और उसका पोषण कर उसकी सेवा करेंगे तभी प्राणी मात्र और प्रकृति पर्यावरण की रक्षा होगी इसलिए गाय हमारे जीवन में अति आवश्यक प्राणी है.
लोहार्गल पीठाधीश्वर अवधेश आचार्य महाराज ने कहा कि प्राणी सृष्टि को विभिन्न प्रकार के असाध्य रोगों एवं विनाशकारी विषाणुओं से सुरक्षित रखने वाली गौमाता ही है समष्टिगत वायु जल व अन्य को शुद्ध सात्विक जीवन से संपन्न करने का सामर्थ्य भारतीय गौ माता के वात्सल्य से प्राप्त पंचगव्य में विद्यमान है.
गाडोदा पीठाधीश्वर महावीर जति महाराज ने कहा कि गाय प्राणी नहीं संपूर्ण सृष्टि का प्राण है. वर्तमान समय के मानवीय अपराधों से प्रकृति में व्याप्त हुए विश्व के दुष्प्रभाव जनित दुखों का अंत करने एवं भविष्य में धरती पर स्वस्थ समृद्ध स्वावलंबी सुरक्षित जीवन उपलब्धता हेतु भारत सहित संपूर्ण वासियों को हमारी गौ माता का आश्रय प्राप्त करना पड़ेगा. कैलाश दान कविया ने गौ माता पर लिखी कविता का वाचन किया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता पालवास गौशाला के संरक्षक चतुर्भुज कुमावत ने की. लंपी महामारी में दिवंगत आत्मा को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए मातृशक्ति ने दीप प्रज्वलित करके गोवंश की आत्मा शांति के लिए दीपदान किया. कार्यक्रम में विभिन्न गौशालाओं के संचालकों , लम्पी रोग से पीड़ित हो माताओं का उपचार करने वाले शहर के युवाओं और विभिन्न मठ मंदिरों के पुजारी एवं महंतों को श्रीफल एवं दुपट्टा देकर कर मंच पर स्वागत किया गया.
कार्यक्रम में चितरंजन सिंह राठौड़, पूर्व विधायक रतन जलधारी, महेश शर्मा, राजकुमार जोशी, महावीर पांडे, राम सिंह शेखावत, कैलाश शर्मा ,डॉक्टर एन एम गोयल, शंकर भारती, महावीर प्रसाद शर्मा, मोहर सिंह गॉड, राधाकिशन चोबदार, गोविंद सैनी, राजकुमार स्वामी, एडवोकेट उमेश मिश्रा, रामअवतार बिजारनिया, पंडित उमा शंकर, रामगोपाल तुनवाल, स्वदेश शर्मा, माधव शर्मा, श्याम सुंदर शर्मा, भंवरलाल जांगिड़, माधो सिंह कविया, बजरंग जोशी, अमित आर्य, बजरंग जोशी, अनीता शर्मा, राजकुमारी शर्मा, ज्योति तनवानी, सत्यभामा सैनी, भगवती शर्मा, संतोष शर्मा, संगीता जांगिड़, दीपिका शर्मा, कान सिंह निर्माण, शंकर जाखड आदि उपस्थित रहे.
कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र सिंह मूंडरू द्वारा किया गया. अन्त में कार्यक्रम के संयोजक अधिवक्ता हनुमान सिंह पालवास ने कार्यक्रम में पधारे सभी गौ सेवकों गो भक्तों प्रबुद्ध जनों मातृशक्ति और मीडिया कर्मियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया.