घर-घर बांटे जाएंगे गोबर से निर्मित दीपक, गोवंश के संरक्षण संवर्धन को लेकर मीड़िया वार्ता आयोजित

सीकर के श्री परशुराम भवन में गोमय दीपावली एवं गोपाष्टमी कार्यक्रम संयोजन समिति की तरफ से गोवंश के संरक्षण संवर्धन को लेकर मीडिया वार्ता की गई. कार्यक्रम संयोजन समिति ने जन जागरूकता के माध्यम से गोबर से निर्मित दीपक का प्रयोग दीपावली पर करने का आमजन से अपील की.

श्री परशुराम भवन में गोमय दीपावली एवं गोपाष्टमी कार्यक्रम संयोजन समिति की तरफ से गोवंश के संरक्षण संवर्धन और सुरक्षा के विषय को लेकर गाय की वैज्ञानिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से प्रकृति, पर्यावरण और प्राणी मात्र के लिए उपयोगिता कैसे हैं इस विषय पर महंत चंद्रमा दास महाराज, कृष्णप्रिया नंद महाराज के सानिध्य में संयोजन समिति द्वारा मीड़िया वार्ता आयोजित की गई.

पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए राजस्थान क्षेत्र के गौ सेवा प्रमुख नवरंग लाल शर्मा ने कहा कि दीपावली को गोमय दीपावली बनाने का मुख्य उद्देश्य गाय को संरक्षण संवर्धन और सुरक्षा मिले इस हेतु गो उत्पादों का बहुतायक रूप में जनमानस उपयोग करें और गोशालों को आर्थिक रूप से संबल प्रदान करके उन्हें मजबूती प्रदान करें.

इसी विषय को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम संयोजन समिति ने जन जागरूकता के माध्यम से गोबर से निर्मित दीपक का प्रयोग दीपावली पर हर आमजन करें उसके लिए न्यूनतम शुल्क पर आमजन को गोबर से निर्मित दो लाख दीपक उपलब्ध करवाए जाएंगे जो शहर के प्रमुख बाजारों और निश्चित केंद्रों पर उपलब्ध रहेंगे. इन दीपक का उपयोग करके गौशालाओं को संबल प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा. साथ ही पंचगव्य से बने दैनिक जीवन में उपयोगी आने वाले उत्पाद भी अपने व्यवहारिक जीवन में उपयोग में लाएं. गाय के घी से दीपावली पर हवन कार्यक्रम का आयोजन ज्यादा से ज्यादा घरों में हो ताकि पर्यावरण में ऑक्सीजन की मात्रा में बढ़ोतरी हो और प्रकृति पर्यावरण को संरक्षण मिले इस हेतु आयोजन समिति का मुख्य जागरूकता अभियान लोगों के सहयोग से रहेगा.

गांव और शहर के प्रमुख लोगों को अपने क्षेत्र में जहां भी देसी गोवंश उपलब्ध है उन गायों और गौशालाओं को संबल देने के लिए वहां से निर्मित दूध और अन्य उत्पादों का प्रयोग एक रुप से जनमानस करें तो उस गोवंश और गौशालाओं को आर्थिक संबल मिलेगा जिससे हमारा गोवंश घोषित होगा और गौशालाओं का आर्थिक आधार भी बनेगा. गौशालाओं और मठ मंदिरों में गो पूजन और नित्य हवन की परिपाटी को पुनः जागृत करके इसके महत्व को जनमानस तक पहुंचाया जाएगा जिससे प्रकृति पर्यावरण और गौ संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा. दीपावली पर हर घरों में देसी गाय के निर्मित घी से दीपक जलाएं साथ ही अभिषेक का कार्य गौ दुग्ध से करें.

जितने भी पंडित, धर्माचार्य, मौलवी या अन्य धर्मावलंबी है वह गाय को केवल धर्म विशेष का प्राणी ना समझे गाय हर एक उस प्राणी के लिए उपयोगी है जो किसी भी धर्म जाति संप्रदाय पंथ और देश से जुड़ा हुआ है उन सबका दायित्व है कि, उनसे आग्रह करें कि सब लोग पंचगव्य से निर्मित दूध दही घी गोमूत्र गोबर से बने दैनिक जीवन में उपयोगी उत्पाद काम में लेकर गाय के महत्व को प्राणी मात्र के कल्याण के लिए अपने हर अनुयाई तक पहुंचाने का कार्य करें जिससे गाय को संरक्षण संवर्धन और सुरक्षा मिल सके. साथ ही उस गाय के गोबर से हमारी मिट्टी उपजाऊ बने उस उपजाऊ जमीन से पेस्टिसाइड रहित खाद्यान्न अनुपलब्ध हो ताकि मानव और प्राणी मात्र को अच्छा जैविक खाद्यान्न उपलब्ध हो वह स्वस्थ रहें. 

प्रकृति और प्राणी मात्र का कल्याण हो ऐसा मिलकर सामूहिक प्रयास करें तब जाकर गाय का संरक्षण होगा गाय बचेगी तो प्रकृति पर्यावरण मानव और प्राणी मात्र आरोग्य होगा और सबका कल्याण होगा. इसलिए गाय को बचाना नैतिक दायित्व बनता है. आयोजन समिति दीपावली गोवर्धन पूजा से लेकर गोपाष्टमी तक प्रत्येक घरों में श्री सुर्वे नमः मंत्र का जाप करवा कर प्राणी मात्र के कल्याण की कामना करेंगे और 1 नवंबर गोपाष्टमी पर्व पर मध्यान्ह 3:00 बजे श्री राधा दामोदर मंदिर में शेखावाटी के प्रमुख संतों के सानिध्य में एक विशाल गो जनजागरण सभा का आयोजन करके गाय के महत्व को आमजन तक पहुंचाने का सार्थक प्रयास किया जाएगा.

आयोजन समिति के संयोजक अधिवक्ता हनुमान सिंह पालवास ने कहा कि गाय केवल हिंदू धर्म ही नहीं अपितु सभी धर्म पंथ संप्रदाय के साथ-साथ प्रकृति पर्यावरण और हर प्राणी मात्र के लिए उपयोगी प्राणी है. गाय हर दृष्टि से संपूर्ण सृष्टि के लिए उपयोगी और वैज्ञानिक कसौटी पर परीक्षित प्राणी है जिसके द्वारा उत्पादित गोबर गोमूत्र दूध दही और घी इन पंचगव्य उत्पादों से जल, जमीन, जीव, जंगल, पर्यावरण, स्वास्थ्य और संस्कारों को उन्नत बनाकर प्रकृति पर्यावरण और प्राणी मात्र की सेवा में बहुत बड़ा योगदान दे सकते हैं. इसलिए गाय का संरक्षण संवर्धन और उसकी सेवा अति आवश्यक हैं. 

इस अवसर पर पत्रकार वार्ता में संतो के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक चितरंजन सिंह राठौड़, विभाग संपर्क प्रमुख भंवर दान चारण, कार्यक्रम संयोजक समिति के सह संयोजक एवं सक्षम के प्रांतीय अध्यक्ष रतन लाल शर्मा, शहर नगर कार्यवाह श्रीकांत शर्मा, संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवक रामेश्वर लाल शर्मा, राजेंद्र सेन, एडवोकेट गिरधारी चौधरी, उपस्थित रहे. मंथ चंद्रमा दास महाराज ने सभी को आशीर्वचन दिया एवं अंत में संयोजक हनुमान सिंह पालवास ने सभी का आभार अभिव्यक्त किया. 

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