राजस्थान के झुंझुनूं का एक और लाल जम्मू कश्मीर में शहीद हो गया. बगड़ कस्बा निवासी हवलदार नरेश कुमार दून (34) आर्मी की 7 पैरा एसएफ यूनिट में कुपवाड़ा स्थित चौकीबल में पोस्टेड थे. उनकी ड्यूटी एक ऑपरेशन में थी. गुरुवार को वे गश्त के दौरान बेहोश हो गए. उन्हें मिलिट्री हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
उनकी दो महीने पहले ही आगरा से जम्मू में ड्यूटी लगी थी और 10 दिन पहले ही गांव आकर गए थे. बुधवार शाम को मोबाइल पर बड़े भाई से बात भी हुई. वर्ष 2007 में सेना में भर्ती हुए नरेश की दो माह बाद ही सेवानिवृति होनी थी. कलक्टर ने बताया कि शहीद की पार्थिव देह शनिवार सुबह साढ़े 10 बजे बगड़ पहुंचेगी.
दून की शादी सोलड़ा गांव (हरियाणा) निवासी सुदेश के साथ 2012 में हुई थी. नरेश के बेटी व बेटा आगरा में ही क्लास 5 व 3 के स्टूडेंट हैं. बड़ा भाई सुरेश खेतीबाड़ी तो छोटा भाई मुकेश प्राइवेट नौकरी करता है. उनकी मां सुनीता देवी व पिता महेंद्रसिंह बड़े बेटे के साथ गांव में रहते हैं. वे मूल रूप से हरियाणा के सागवान गांव के हैं. करीब दस वर्ष से बगड़ में रह रहे हैं. नरेश की शहादत की सूचना मिलने के बाद बगड़ स्थित उनके घर में कोहराम मचा है. सुरेश छोटे भाई की शहादत की बात करते हुए रो पड़े.
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी परवेज हुसैन ने बताया कि नरेश सिंह झुंझुनूं शहर के बगड़ इलाके के रहने वाले थे. गुरुवार सुबह 168 MH द्रुमुला पर गश्त के दौरान वे बेहोश हो गए थे. गुरुवार शाम तक पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ था. आर्मी हेडक्वार्टर से आए संंदेश के अनुसार, शहीद नरेश का पार्थिव देह 24 सितम्बर को सुबह 10.30 बजे झुंझुनूं पहुंचेगी. उनका दाह संस्कार बगड़ में किया जाएगा.