दांतारामगढ़: ग्रामीणों ने शुरू किया हॉस्पिटल के बाहर धरना, कहा- हॉस्पिटल में एक महीने से डॉक्टर नही
सीकर के दांतारामगढ़ के सरकारी हॉस्पिटल में डॉक्टर ना होने के चलते ग्रामीणों ने यह धरना शुरू किया है. ग्रामीण सुबह से हॉस्पिटल के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं.
दांतारामगढ़ के ग्रामीण आज सुबह से सरकारी हॉस्पिटल के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं. हॉस्पिटल में डॉक्टर ना होने के चलते ग्रामीणों ने यह धरना शुरू किया है. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले करीब एक महीने से हालात यह है कि छोटी से छोटी बीमारी होने पर भी प्राइवेट हॉस्पिटल में जाना पड़ता है. फिलहाल सीएमएचओ मौके के लिए रवाना हुए हैं, जो ग्रामीणों से समझाइश करेंगे.
दांतारामगढ़ के अहीर का बास के रहने वाले बच्चे मनीष को आज सुबह उसके घर के पास ही एक कार ने टक्कर मार दी. टक्कर मारने के बाद कार चालक कार लेकर मौके से फरार हो गया. इसके बाद जब परिजन उसे लेकर दांतारामगढ़ के सरकारी हॉस्पिटल पहुंचे तो वहां उन्हें डॉक्टर नही मिला. फिर मनीष के परिजन भी धरने पर बैठ गए.
हालांकि इसके बाद मनीष को इलाज के लिए दांता सीएचसी रैफर किया गया. फिर 12 बजे दांता सीएचसी के डॉक्टर विजेंद्र को हॉस्पिटल में व्यवस्था के लिए बुलाया गया. हॉस्पिटल में 2 डॉक्टर पोस्टेड हैं. जिनमें डॉ मुकेश बाजिया वर्तमान में छुट्टी पर गए हुए हैं. जबकि डॉ वासुदेव पीजी करने के लिए अवकाश पर है. दांता बीसीएमएचओ ने बताया कि हॉस्पिटल में कोई एक्स्ट्रा स्टाफ नही है और न ही उन्हे कोई डॉक्टर लगाने का पॉवर है.