झुंझुनूं जिले के खिरोड़ गांव की कैमरी की ढाणी निवासी और आरके ग्रुप का सरगना रविंद्र कटेवा, जो जानलेवा हमला और लूट जैसे मामलों में पांच महीने से फरार था, को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। गोठड़ा थाने का हिस्ट्रीशीटर रविंद्र पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था।
पुलिस जब रविंद्र को दिल्ली से लेकर रघुनाथगढ़ के पास पहुंची, तो उसने बाथरूम जाने का बहाना किया और एक पुलिसकर्मी को धक्का देकर भाग निकला। पीछा करने पर वह पत्थरों में गिर पड़ा, जिससे उसके पैर में चोट लग गई और पुलिस ने उसे फिर से काबू में ले लिया।
एएसपी गजेंद्र सिंह जोधा ने बताया कि रविंद्र दिल्ली के पास एक गांव में फरारी काट रहा था और वह 5600 ग्रुप का भी सहयोगी है। ये दोनों गैंग जमीन कब्जाने, हमला करने और जबरन वसूली जैसी वारदातों में लिप्त हैं।
रविंद्र सोशल मीडिया पर फरारी के दौरान भी सक्रिय था। वह गलत दस्तावेजों से ली गई सिम का इस्तेमाल करता और पहाड़ियों व होटलों में घूमते हुए वीडियो बनाकर अपलोड करवाता था।
पिछले साल 25 नवंबर को भादवासी निवासी श्रवण कुमार की रिपोर्ट पर उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया था। रविंद्र ने साथियों संग रास्ता रोककर गाड़ी तोड़ी, फायर किया, अपहरण कर 8.85 लाख रुपए लूटे और धमकी दी कि उसका गिरोह किसी को भी निपटा सकता है।
इस मामले में पहले से ही महेंद्र धींवा व मनोज महला गिरफ्तार हो चुके हैं। कोर्ट में पेशी के दौरान आरोपी के मोबाइल पर बात करने का वीडियो वायरल होने पर एएसआई रोहिताश, कांस्टेबल किशोर और संदीप को निलंबित कर दिया गया था।