दौसा जिला मुख्यालय पर बीती रात अचानक पुलिस की अलग-अलग टीमों ने होटल-ढाबों पर दबिश दी, जिससे इलाके में खलबली मच गई। चुनाव प्रचार की समाप्ति के बाद पुलिस-प्रशासन ने मतदान से पहले संदिग्ध गतिविधियों की रोकथाम के लिए सर्च अभियान चलाया। पुलिस की टीमों ने संदिग्ध लोगों की जांच की और चुनाव प्रचार से जुड़े व्यक्तियों के बारे में जानकारी जुटाई।
डिप्टी एसपी रविप्रकाश शर्मा ने बताया कि एसपी रंजिता शर्मा के निर्देश पर आदर्श आचार संहिता के तहत मतदान दिवस से 48 घंटे पहले शाम 6 बजे से साइलेंस पीरियड लागू होने पर यह अभियान चलाया गया। कोतवाली थाना इंचार्ज हीरालाल सैनी, सदर थाना इंचार्ज हवासिंह और अन्य सुरक्षा बलों ने होटल-ढाबों व संदिग्ध वाहनों की सख्ती से जांच की। इस दौरान उन राजनीतिक कार्यकर्ताओं से भी पूछताछ की गई जो दौसा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता नहीं थे, और नोटिस जारी कर उन्हें पाबंद किया गया।
इसी बीच, निर्दलीय प्रत्याशी देवीसिंह ने चुनाव प्रचार की अवधि खत्म होने के बावजूद होटल-ढाबों में बाहरी लोगों के जमा होने और आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप लगाए। उन्होंने कलेक्ट्रेट के गेट के सामने धरना देकर जिला निर्वाचन अधिकारी और एसपी से कार्रवाई की मांग की थी।