नाबार्ड ने शुरू किया स्वयं सहायता समूह महिलाओं की आजीविका हेतु 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के उद्देश्य से फतेहपुर ब्लॉक में आजीविका एवं उद्यम विकास कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया. स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को बकरी पालन गतिविधि में दस दिवसीय निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
सीकर जिले के फतेहपुर ब्लॉक में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के उद्देश्य से आजीविका एवं उद्यम विकास कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर डीडीएम सीकर एवम सहायक महाप्रबंधक नाबार्ड एम एल मीना ने शिरकत की. मुख्य अतिथि डीडीएम सीकर ने कहा कि ग्रामीण समृद्धि के उद्देश्य को आत्मसात करते हुए नाबार्ड द्वारा जिले में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की क्षमता निर्माण को विकसित कर उन्हें स्वावलंबन की ओर उन्मुख किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इसी कड़ी में सीकर जिले में अधिक से अधिक एसएचजी महिलाओं को आत्मनिर्भरता से जोड़ने हेतु रोजगारन्मुखी कौशल प्रशिक्षण प्रदान करते हुए आजीविका से जोड़ा जा रहा है ताकि वे परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर पाएं.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एक्सपर्ट संस्था के निदेशक विनीत छाबड़ा ने बताया कि उक्त कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं के भीतर छिपे कौशल को विकसित कर आत्मविश्वास का संचार करना है जिसके तहत नाबार्ड के तत्वावधान में फतेहपुर ब्लॉक के बिरानिया व बीबीपुर बड़ा गाँव में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को बकरी पालन गतिविधि में दस दिवसीय निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिलेगी.
कार्यक्रम में राजीविका अधिकारी, बैंक प्रबंधक व सरपंच ने समस्त प्रतिभागियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए उन्हें आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित किया तथा अपनी ओर से हरसम्भव मदद करने का विश्वास दिलाया. इस अवसर पर सतर्कता जागरूकता सप्ताह के मद्देनजर समस्त उपस्थितजनों को जागरूकता प्रदान करते हुए संकल्प दिलवाया गया. कार्यक्रम के दौरान समस्त प्रशिक्षणार्थियों को अधिक प्रेरित करने के लिए नि:शुल्क प्रशिक्षण सामग्री का वितरण भी किया गया.