सीकर के नगर परिषद भवन में 2 करोड़ रुपए की लागत से बने मीटिंग हॉल का आज उद्घाटन किया गया। हॉल का उद्घाटन यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और विधायक राजेंद्र पारीक ने वर्चुअल रूप से किया। कार्यक्रम में एसपी कुंवर राष्ट्रदीप, एडीएम धारा सिंह मीणा समेत कई प्रशासनिक अधिकारी और नगर परिषद के पार्षद मौजूद रहे।
विधानसभा की तर्ज पर बना सीकर नगर परिषद का यह मीटिंग हॉल 2 करोड़ रुपए की लागत से बना है। जिसमें कालीन 20 लाख रुपए में ब्रिटेन से मंगवाई गई है। हॉल में कुल 180 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। हॉल की दर्शक दीर्घा में 80, जनप्रतिनिधि के लिए 88, स्टाफ के लिए 12 और सांसद एवं विधायक के बैठने के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। वही मीटिंग हॉल में सत्ता-विपक्ष लॉबी है। मतलब पक्ष और विपक्ष पार्षद दोनों अलग-अलग बैठेंगे। साथ ही इस हॉल में सांसद और विधायक के बैठने के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। साथ ही हॉल में हाई क्वालिटी के माइक भी लगाए गए हैं। विधानसभा स्पीकर की तर्ज पर सभापति की कुर्सी लगाई गई है। साथ ही दरवाजे और रेलिंग शीशम की लकड़ी से बनाए गए हैं।
नगर परिषद का यह मीटिंग हॉल करीब 10 महीने पहले ही बनकर तैयार हो चुका था। जिसके बाद फिर स्था नीय नेता और सभापति इसका मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उद्घाटन करवाना चाहते थे। लेकिन यह संभव नहीं हो पाया। वही नगर परिषद के इस मीटिंग हॉल में ब्रिटेन से कालीन मंगवाने की बात पर विपक्षी भाजपा ने भी जमकर विरोध किया था। जिनका कहना था कि शहर के हालात तो बद से बदतर हो चुके हैं। लेकिन नगर परिषद में ब्रिटेन से कालीन मंगवाई जा रही है।
सीकर विधायक राजेंद्र पारीक ने कहा कि 1990 में जब वह पहली बार विधायक बनकर नगर परिषद के पुराने भवन गए तो वहां मीटिंग में यह पता ही नहीं चला कि कौन सभापति है और कौन पार्षद। पारीक ने कहा कि इसके बाद वह लगातार नगर परिषद के नए भवन के लिए प्रयासरत थे। जिसके बाद 2012 में सरकार के प्रयास से नगर परिषद के नए भवन का निर्माण शुरू हुआ। 2019 में नगर परिषद के नए भवन का उद्घाटन किया गया। इसके बाद विधानसभा की तर्ज पर बने करोड़ों रुपए की लागत से डॉक्टर भीमराव अंबेडकर मीटिंग हॉल का आज उद्घाटन किया गया है। कार्यक्रम के दौरान सीकर नगर परिषद सभापति जीवण खां ने नगर परिषद क्षेत्र में बस्तियों में कम राशि में लोगों को पट्टे जारी करने की अपील की। जिस पर मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि इस पर जल्द निर्णय किया जाएगा। वहीं शहरी क्षेत्र में पट्टे जारी करने के लिए सभापति ने मंत्री धारीवाल को अन्य भी कई समस्याएं बताई। जिस पर मंत्री धारीवाल ने कहा कि विभाग द्वारा एक सर्कुलर जारी किया गया है। उसमें कुछ छूट दी गई है। सभापति जीवण खां ने कहा कि परिषद का यह मीटिंग हॉल एक बड़ी सौगात है। जो राजस्थान विधानसभा की तर्ज पर बनाया गया है।