पंकज प्रजापत हत्याकांड मामला: आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने महापड़ाव, राजेंद्र राठौड़ एवं सर्व समाज के लोग रहे मौजूद
चूरू जिले के तारानगर थाना क्षेत्र के राजपुरा गांव में 15 साल के स्टूडेंट के ब्लाइंड मर्डर मामले में परिजनों और ग्रामीणों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट के सामने धरना-प्रदर्शन कर महापड़ाव शुरू किया.
जिले के तारानगर थाना क्षेत्र के राजपुरा गांव में 15 साल के स्टूडेंट के ब्लाइंड मर्डर मामले में पुलिस के हाथ अभी तक खाली है. डेढ़ महीने बाद भी मामले में पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा है. इसके विरोध में परिजनों और ग्रामीणों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट के सामने धरना-प्रदर्शन कर महापड़ाव शुरू किया है. प्रजापति समाज के आह्वान पर शुरू किए गए महापड़ाव में विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ समेत जिले के कई नेता और सर्व समाज के लोग मौजूद रहे. इस दौरान लोगों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश देखने को मिला.उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि 30 अक्टूबर 2022 की शाम को पंकज गांव के पास अपने खेत गया था, लेकिन देर रात तक वह घर नहीं लौटा. इस पर परिजनों ने तारानगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. रिपोर्ट दर्ज होने के 45 दिन बाद 12 दिसंबर को राजपुरा के बीहड़ में किसी का सिर देखा गया. इसकी सूचना मिलने पर तारानगर पुलिस मौके पर पहुंची और मिट्टी की खुदाई करवाकर शव को बाहर निकालकर शव की पहचान कराई गई.पकंज के बड़े भाई रोहित प्रजापत ने शव की पहचान की और यह शव पकंज का होने की पुष्टि की. 17 दिसंबर को फिर उसी जगह पर 15 फीट की दूरी पर कुछ और हड्डियां मिली. राठौड़ ने बताया कि घटना को इतना समय बीतने के बाद भी तारानगर पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा है, जिससे परिजनों एवं सर्व समाज में आक्रोश का माहौल व्याप्त है.मृतक पंकज प्रजापत के हत्यारे खुले आसमान में चैन की सांस ले रहे हैं, जो तारानगर पुलिस की नाकामी का है. मामले में तारानगर डीएसपी ओम प्रकाश गोदारा और थानाधिकारी गोविंद राम बिश्नोई के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कर बर्खास्त करने, 24 घंटे में हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने और मृतक पंकज के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग को लेकर महापड़ाव दिया जा रहा है.