पीडीयूएसयू में पंडित दीनदयालजी पर चिंतन के लिए जुटे विद्वतज्जन….

पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचार वर्तमान में भी प्रासंगिक : डॉ. शर्मा

पंडित दीनदयाल उपाध्यायजी की जयंती के उपलक्ष्य में पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय में मंगलवार को राष्ट्रीय विचार संगोष्ठी आयोजित की गई। ‘भारतीय ज्ञान परंपरा के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय’ विषय आयोजित संगोष्ठी को देशभर से आए विद्वतज्जनों संबोधित किया। शुरुआत में कुलपति प्रो (डॉ.) अनिल कुमार राय ने आगंतुक मेहमानों का शाल, स्मृति चिन्ह और श्रीफल भेंटकर स्वागत किया। मुख्य अतिथि एकात्म मानव दर्शन अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान, नई दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. महेश चन्द्र शर्मा ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्यायजी के विचार आज भी प्रासंगिक है और उन्हें हम सब को जीवन में अपनाना चाहिए।
इस अवसर पर सांगलिया पीठ के अभा. पीठाधीश्वर संत श्री जय साहेब ओमदास जी महाराज ने भी आशीर्वचन प्रदान किए। कुलपति प्रो (डॉ.) अनिल कुमार राय ने बताया कि विशिष्ट अतिथि राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण, जयपुर के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि वाकई पंडित दीनदयाल उपाध्याय भारतीय ज्ञान परंपरा के प्रणेता थे। उन्होंने भारतीय ज्ञान परंपरा को बहुत आगे बढ़ाया।
अध्यक्षता पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति समारोह समिति के जयपुर के अध्यक्ष प्रो. मोहन लाल छीपा ने की।
उन्होंने पंडित जी के व्यक्तित्व कृतित्व पर प्रकाश डाला और की अनुछुए पहलुओं से रूबरू कराया।
इस अवसर पर दीनदयाल शोध संस्थान दिल्ली के प्रधान सचिव अतुल जैन और प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्रा ने भी विचार व्यक्त किए।

कुलपति प्रो (डॉ.) अनिल कुमार राय ने बताया कि ने बताया कि संगोष्ठी का आयोजन पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय सीकर और पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति समारोह समिति के जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर शोधार्थियों ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी पर शोध सार प्रस्तुति दी। इस अवसर पर वैदिक वाग्विद्या और पंडित जी पर केंद्रित प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया। कुलपति प्रोफेसर अनिल कुमार राय ने बताया कि संगोष्ठी का उद्देश्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 108वीं जयंती के उपलक्ष्य में उनके विचारों, दर्शन को समकालीन सन्दर्भ में समझने और उनका सम्मान करने का महत्त्वपूर्ण प्रयास है। संगोष्ठी दिनभर चली और तीन सत्रों में अनेक वक्ताओं ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों पर मंथन किया। संगोष्ठी के संयोजक डॉ. महेश गुप्ता और डॉ. अक्षांश भारद्वाज थे। कुलसचिव राकेश कुमार गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर डिप्टी रजिस्ट्रार, एकेडमिक रविंद्र कटेवा भी मौजूद रहे।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय में आज आएंगे उपराष्ट्रपति व राज्यपाल

पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय में 25 सितंबर को माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और माननीय राज्यपाल हरिभाऊ बागडे आएंगे। पंडित दीनदयाल उपाधाय जी की 108वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपराह्न 3.05 बजे पंडितजी की प्रतिमा का अनावरण और ज्ञान उद्यान का लोकार्पण करेंगे।


विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो (डॉ.) अनिल कुमार राय ने बताया कि उपराष्ट्रपति तीन बजे ‘एक पेड़,मां के नाम’ कार्यक्रम के तहत पौधारोपण करेंगे। पंडित दीनदयाल उपाध्याय अवतरण दिवस समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल हरिभाऊ बागडे करेंगे। विशिष्ट अतिथि उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा और एकात्म मानव दर्शन अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान, नई दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. महेश चन्द्र शर्मा होंगे।
कुलपति प्रो (डॉ.) अनिल कुमार राय ने बताया कि इस अवसर पर दीप प्रज्वलन के साथ मां सरस्वती की वंदना की जाएगी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय अवतरण दिवस समारोह को पौने चार बजे माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और माननीय राज्यपाल हरिभाऊ बागडे संबोधित करेंगे। विशिष्ट अतिथि उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा एवं डॉ. महेश चन्द्र शर्मा भी विचार व्यक्त करेंगे।

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