Nupur Sharma : पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित विवादित बयान से कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों और आतंकी समूहों को अपने कुकृत्यों को पूरा करने के लिए बहाना मिल गया है. कई आतंकी संगठन अब बीजेपी नेता नूपुर शर्मा के खिलाफ भड़काऊ वीडियो और बयान जारी कर भारतीय मुसलमानों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे ही एक अलकायदा समर्थक आतंकी संगठन ने वीडियो जारी कर भारतीय मुसलमानों से पैगंबर मोहम्मद के अपमान का बदला लेने के लिए उकसाया है.
इस्लामिक ट्रांसलेशन सेंटर के नाम के एक अज्ञात संगठन ने ये भड़काऊ वीडियो रिलीज किया है. एजेंसियों के मुताबिक ये कोई नया ग्रुप है. इस वीडियो में अलकायदा के ज्यादातर आतंकियों के बयानों का इस्तेमाल किया गया है, इसलिए इसे अलकायदा समर्थित माना जा रहा है. वीडियो मेंको याद करते हुए पैगंबर के कथित अपमान का बदला लेने की बात की जा रही है.
इस उकसाने वाले वीडियो में बीजेपी नेता नुपुर शर्माकी तस्वीरें और उनके टीवी डिबेट वाला बयान भी शामिल किया गया है. वीडियो में कहा जा रहा है नुपुर शर्मा ने पैगंबर की निंदा की है, इसलिए उसका बदला शार्ली एब्दो एटैक वाले स्टाइल में लिया जाना चाहिए. वीडियो में भारतीय मुसलमानों को फिलहाल की घटनाओं को इस्लाम पर हमला बताते हुए उन्हें गजवा-ए हिंद शुरू करने के लिए कहा जा रहा है.
7 जनवरी 2015 को मोहम्मद साहब के कार्टून को प्रकाशित करने पर शार्ली ऐब्दो के पेरिस के ऑफिस पर दो आतंकियों सैड और चेरिफ कोची ने अंधाधुंध फायरिंग की थी और 12 लोगों को मार डाला था. मरने वालों में फ्रांस के कुछ बड़े कार्टूनिस्ट भी शामिल रहे. पुलिस ने जब अपराधियों का पीछा किया तो आतंकियों ने सुपरमार्केट में कई लोगों को बंधक बना लिया, जिसमें एक महिला पुलिसकर्मी समेत 4 बंधकों की जान चली गयी थी.
फिलहाल इस्लामिक ट्रासंलेशन सेंटर के इस वीडियो में अल कायदा चीफ अयमान अल जवाहिरी बयानों को शामिल किया गया है. साथ ही अल कायदा इंडियन सब कॉन्टिनेंट चीफ मौलाना असीम उमर का हिंदी बयान भी जोड़ा गया है. मौलाना असीम उमर यूपी के संभल का रहने वाला था, जिसे अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना ने मार गिराया था. वीडियो में नुपुर शर्मा की तस्वीरें और वीडियो का इस्तेमाल कर भड़काऊ वीडियो को टेलीग्राम पर जारी किया गया है.
आपको बता दें कि AQIS ने पैगंबर विवाद में नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल पर आतंकी हमले की धमकी दी है साथ ही भारत के कई शहरों में बम धमाके की चेतावनी भी दी है. जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां इस मामले में सतर्कता बरत रही हैं.