प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ. गुप्ता दिल्ली में शेखावाटी विश्वविद्यालय की मानद उपाधि से सम्मानित…

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, केंद्रीय विधि राज्य मंत्री मेघवाल, दिल्ली विधानसभाध्यक्ष रहे मौजूद

सीकर/नई दिल्ली। पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर की ओर से नई दिल्ली में प्रख्यात अर्थशास्त्री, लेखक एवं वरिष्ठ शिक्षाविद् डॉ. बजरंग लाल गुप्ता को मानद उपाधि प्रदान कर सम्मानित किया गया। दिल्ली के जैन भवन, शहीद भगत सिंह मार्ग, गोल मार्केट में आयोजित मानद उपाधि अभिनंदन समारोह में यह सम्मान दिया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पंडित दीनदयाल उपाध्याय और मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन और विश्वविद्यालय के कुलगीत के साथ हुआ।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता समारोह गौरव के रूप में उपस्थित हुए। मुख्य अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य (डॉ.) योगेश सिंह थे। अध्यक्षता शेखावाटी विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. (डॉ.) अनिल कुमार राय ने की। प्रो. अनिल राय ने आगंतुक अतिथियों का शॉल और स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि जीवन में कभी हार नहीं माननी चाहिए। सुख और दुख दोनों जीवन में चलते रहने चाहिए। एक पिता के रूप में हमेशा उन्होंने मेरा मार्गदर्शन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. गुप्ता के विचार एवं चिंतन का न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर पहचान हैं। आपने मंचों पर भारतीय आर्थिक चिंतन की व्याख्या कर उनकी वैश्विक उपयोगिता को प्रतिष्ठित किया है।
केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और दिल्ली विवि के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने डॉ गुप्ता के अर्थशास्त्र में किए गए योगदान पर प्रकाश डाला। प्रो. सिंह ने कहा कि जिस विवि के नाम पर मानद उपाधि डॉ. बजरंग लाल गुप्ता जी को दी जा रही है उसका नाम दीनदयाल उपाध्याय है और जिन्हें उपाधि दी जा रहा है उन्होंने जीवन का महत्वपूर्ण समय उनके जीवन दर्शन के अध्ययन में व्यतीत हुआ है। यह एक सुखद संयोग है। डॉ. गुप्ता जी ने अनेक लोगों को प्रेरित और प्रभावित किया है। उनका जीवन ही अगली पीढ़ी के लिए संदेश है। मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि डॉ. गुप्ता के सीकर से जुड़ाव के बारे में बताया। उन्होंने कहा​ कि डॉ. गुप्ता ने आर्थिक नीतियों, सांस्कृतिक एवं सामाजिक विषयों पर अनेक महत्वपूर्ण पुस्तकें लिखी हैं, जो वर्तमान में भी प्रासंगिक है। श्री आल इंडिया श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अतुल जैन ने भी विचार व्यक्त किए।

आर्थिक चिंतन प्रदान दी नई दिशा : कुलपति प्रो. राय
कुलगुरु प्रो. अनिल कुमार राय ने अपने उद्बोधन में कहा कि डॉ गुप्ता जैसे व्यक्तित्व को मानद उपाधि देना विश्वविद्यालय के लिए सम्मान की बात है। डॉ गुप्ता ने अपने ग्रंथों, शोध पत्रों एवं आलेखों से भारतीय आर्थिक चिंतन को नई दिशा प्रदान की। आपने भारतीय अर्थव्यवस्था के मूलभूत सिद्धांतों को आधुनिक आर्थिक संरचना के साथ जोड़ते हुए “सुमंगलम्” नामक विकास मॉडल प्रस्तुत किया जो भारतीय संस्कृति एवं समग्र आर्थिक चिंतन पर आधारित है। प्रो. राय ने शेखावाटी विवि के बारे में भी संक्षेप में जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन और संयोजन लेखक, चिंतक एवं पुरातत्त्वविद डॉ. अमित राय जैन और प्रशांत जैन ने किया। समारोह में शेखावाटी विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार (सम्बद्धता) डॉ. रविंद्र कुमार कटेवा, ​असिस्टेंट रजिस्ट्रार (परीक्षा) डॉ. संजीव कुमार और मीडिया प्रभारी डॉ. महेश गुप्ता भी उपस्थित रहे। समारोह में देशभर से अनेक विद्वान, शिक्षाविद् और करीब एक दर्जन विश्वविद्यालयों के कुलपति शामिल हुए।

भविष्य दृष्टा थे पंडित दीनदयाल : डॉ गुप्ता
मानद उपाधि से सम्मानित प्रख्यात लेखक डॉ. बजरंग लाल गुप्ता ने कहा कि पंडित दीनदयाल भविष्यदृष्टा थे। सामाजिक चेतना के स्तंभ थे। उपाध्याय कहा करते थे कि विचारधारा विहीन राजनीतिक गठजोड़ और उसके माध्यम से प्राप्त सत्ता देश और समाज के हित में नहीं है। आज दुनिया योग—प्रणायाम को जानती है, लेकिन उन्होंने अर्थायाम नाम से अर्थव्यवस्था के लिए एक नई अवधारणा दे दी थी। देश में ना अर्थ का अभाव होना चाहिए और ना ही प्रभाव होना चाहिए। गरीबी रेखा से नीचे रहना किसी भी देश के आर्थिक विकास के लिए अच्छा नहीं है। कुछ लोगों की आर्थिक संपन्नता से भले ही देश की अर्थव्यवस्था में थोड़ी सुधार हो, लेकिन समान रूप से आमदनी का वितरण नहीं होने के कारण यह समग्र विकास नहीं कहा जाएगा।