राज्य सरकार ने मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा रोकने के लिए नए अपडेटेड मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम (एमएमएस) को लॉन्च किया है। इस सिस्टम में केवल उन्हीं श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज होगी जिनकी आंखें फोटो क्लिक करते समय खुली होंगी। यदि किसी श्रमिक की आंखें नहीं खुलती हैं, तो उनकी फोटो उपस्थिति कॉलम में अपलोड नहीं होगी। इसके अतिरिक्त, एमएमएस में जीओ टैगिंग की सीमा 500 मीटर तक बढ़ा दी गई है, जिससे ईमानदारी से काम की पारदर्शिता बनी रहेगी। अगले पखवाड़े से ई-माप पुस्तिका भी ऑनलाइन लागू की जाएगी, जिससे भ्रष्टाचार रोकने में मदद मिलेगी।