‘युवोत्सव 2025’: सोभासरिया कैंपस में युवा ऊर्जा और सांस्कृतिक रंगों का संगम

'युवोत्सव 2025': सोभासरिया कैंपस में युवा ऊर्जा और सांस्कृतिक रंगों का संगम

‘युवोत्सव 2025’: सोभासरिया कैंपस में युवा ऊर्जा और सांस्कृतिक रंगों का संगम

क्षेत्र के अग्रणी तकनीकी शिक्षण संस्थान सोभासरिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, सीकर में वार्षिक फ्रेशर्स पार्टी “युवोत्सव 2025” का आयोजन भव्यता और उल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम ने नए विद्यार्थियों का न केवल हार्दिक स्वागत किया, बल्कि उनकी रचनात्मकता, उत्साह और विविध सांस्कृतिक प्रतिभाओं को भी एक अद्वितीय मंच प्रदान किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ भारतीय परंपरा के अनुरूप भगवान गणेश एवं माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में ग्रुप प्रिंसिपल डॉ. एल. सोलंकी, प्रिंसिपल डॉ. हर्षिता गर्ग, ग्रुप रजिस्ट्रार प्रदीप शर्मा सहित कई गणमान्यजन उपस्थित रहे।
इस युवोत्सव 2025 का आयोजन “राजस्थान की संस्कृति” थीम पर आधारित रहा। रंग-बिरंगे राजस्थानी, पंजाबी और हरियाणवी गीतों पर प्रस्तुत लोकनृत्यों ने सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। वहीं नाटक “ऑपरेशन सिंदूर” ने दर्शकों को गहराई तक प्रभावित किया और भारतीय संस्कृति के मानवीय व संवेदनशील पहलुओं को मंच पर जीवंत कर दिया।
अपने संबोधन में ग्रुप प्रिंसिपल डॉ. एल. सोलंकी ने इवेंट कोऑर्डिनेटर्स जगदीप कुमार, हेमंत भाटी, आकांक्षा मिटावा, डॉ. प्रशांत यादव और अनुशासन समिति सहित सभी स्वयंसेवकों की सराहना करते हुए कहा कि युवोत्सव जैसे आयोजन केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि छात्रों को आत्मविश्वास, नेतृत्व और सामूहिकता की भावना से परिपूर्ण करते हैं। यही अनुभव उन्हें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।
प्रतियोगिताओं का मूल्यांकन निर्णायक मंडल डॉ. रुचि शर्मा (वाइस प्रिंसिपल, सोभासरिया स्कूल ऑफ लॉ), सनोफर खत्री और रोहित सैनी ने किया। कड़े मुकाबले के बीच पीयूष पारीक ने सर्वश्रेष्ठ सांस्कृतिक प्रस्तुति (पुरुष) तथा सिमरन शर्मा ने सर्वश्रेष्ठ सांस्कृतिक प्रस्तुति (महिला) का खिताब अपने नाम किया।
कार्यक्रम के समापन पर सबसे प्रतीक्षित क्षण में आदित्य शेखावत को मिस्टर फ्रेशर 2025 तथा रिमझिम को मिस फ्रेशर 2025 के ताज से नवाजा गया, जिनकी प्रतिभा और आत्मविश्वास ने सभी का मन मोह लिया।
ग्रुप प्रबंधन ने इस अवसर पर कहा कि “हम शिक्षा को केवल अकादमिक ज्ञान तक सीमित नहीं मानते, बल्कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में विश्वास रखते हैं। युवोत्सव जैसे कार्यक्रम छात्रों को टीमवर्क, नेतृत्व और आत्म-प्रस्तुति का पाठ पढ़ाते हैं, जिससे वे तकनीकी रूप से सक्षम होने के साथ-साथ सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी परिपक्व बनते हैं।”

abtakhindi khabarhindi newsrajasthanSikarsikar khabar