राजस्थान में 193 नई जांच लैब की शुरुआत, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में बड़ा कदम…

आईएलएमएस के तहत 1.17 अरब रुपए की वित्तीय स्वीकृति से लैब निर्माण की प्रक्रिया तेज़

राजस्थान में इंटीग्रेटेड लैबोरेट्री मैनेजमेंट सिस्टम (आईएलएमएस) के तहत प्रदेश के विभिन्न जिला और ब्लॉक मुख्यालयों पर 193 नई जांच लैब स्थापित की जाएंगी। इन लैबों के निर्माण का काम लगभग पूरा हो चुका है और चिकित्सा विभाग ने अब इन लैब्स में आवश्यक उपकरण और आधुनिक मशीनों की खरीद के लिए 1.17 अरब रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।

प्रदेश के 33 जिलों में 33 बड़ी अत्याधुनिक आईपीएचयू (इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ यूनिट) जांच लैब शुरू की जाएंगी। इनमें से झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ में जिला अस्पताल में एक बड़ी लैब स्थापित की जाएगी, जिसमें 60 से अधिक जटिल जांच की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इन लैब्स के खुलने से मरीजों को तत्काल या 24 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट मिल सकेगी, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।

इसके अलावा, प्रदेश के 158 ब्लॉक मुख्यालयों पर बीपीएचयू (ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट) लैब्स भी स्थापित की जाएंगी। इन लैब्स में विभिन्न प्रकार की जांचें की जाएंगी और अब तक जिन जांचों को जिला अस्पतालों में नहीं किया जा सकता था, वह अब इन लैब्स में हो सकेंगी। इन लैब्स में कैंसर, हार्ट, डायबिटीज और महिला रोगों से संबंधित गंभीर जांचें भी की जा सकेंगी, जिनके लिए पहले मरीजों को जयपुर या अन्य मेडिकल कॉलेजों का रुख करना पड़ता था।

आईपीएचयू और बीपीएचयू लैब्स की स्थापना के साथ ही नवलगढ़, मंडावा, बुहाना, पिलानी और मुकुंदगढ़ में जांच सुविधा के लिए भवन निर्माण चल रहा है, और जल्द ही इन लैब्स के उपकरण भी आएंगे।

मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दयानंद सिंह ने कहा कि इन लैब्स के खुलने से मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य जांच सेवाएं जिला और ब्लॉक स्तर पर ही मिल सकेंगी, जो कि अब तक बड़े शहरों तक सीमित थीं। इन लैब्स में 143 प्रकार की मुफ्त जांच की जाएगी, जिनमें से कई जटिल रोगों की जांचें भी शामिल हैं।

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