सीकर। पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर की ओर से राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं प्रख्यात शिक्षाविद् प्रो. जे.पी. सिंघल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया गया है।
विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर (डॉ.) अनिल कुमार राय ने प्रो. सिंघल के निधन को शिक्षा जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षक हितेषी प्रो. सिंघल ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपने नेतृत्व से अनेक शिक्षकों, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों को दिशा प्रदान की। प्रो. राय ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय ने अपने पांचवें दीक्षांत समारोह में प्रो. जे. पी. सिंघल को उनके शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पीएच.डी. की मानद उपाधि प्रदान प्रदान कर सम्मानित किया था। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (ABRSM) के पूर्व अध्यक्ष प्रो. सिंघल ने लेखन और बौद्धिक योगदान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किया था। उन्होंने व्यवसाय प्रबंधन, वाणिज्य, विधि और नेतृत्व से संबंधित विषयों पर 17 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं। श्री सिंघल का संपूर्ण जीवन शिक्षा, समाज और राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित रहा है।
कुशल शिक्षक-प्रशासक और दूरदर्शी विचारक थे
कुलगुरु प्रो. राय ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी विद्वता, प्रशासनिक क्षमता एवं विनम्र व्यक्तित्व हमेशा स्मरणीय रहेंगे। विश्वविद्यालय परिवार उनकी आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना करता है एवं शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता है। विश्वविद्यालय परिवार इस दुखद क्षण में शोकाकुल परिजनों के साथ खड़ा है। प्रो. राय ने कहा कि प्रो. सिंघल का संपूर्ण जीवन शिक्षा, अनुसंधान एवं उच्च शैक्षणिक मूल्यों के संवर्धन के लिए समर्पित रहा। वे एक कुशल प्रशासक, संवेदनशील शिक्षक एवं दूरदर्शी विचारक थे। उन्होंने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) की एग्जीक्यूटिव काउंसिल और जनरल काउंसिल के सदस्य के रूप में भी काम किया है।