श्रीराम के जीवन के आदर्श आज भी प्रासंगिक…

रामनवमी पर्व एवं स्वामी रामदेव महाराज का सन्यास दीक्षा दिवस मनाया

सीकर। गुरुकृपा आश्रम में भारत स्वाभिमान ट्रस्ट की ओर से रामनवमी पर्व व स्वामी रामदेव महाराज का सन्यास दीक्षा दिवस मनाया गया। वक्ताओं ने श्रीराम के आदर्श जीवन की शिक्षाओं को अपने जीवन में अंगीकार करने की आवश्कता पर बल दिया। मोहनलाल मामाजी ने कहा कि श्रीराम के जीवन के आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं।  उन्होंने कहा कि श्रीराम पिता की आज्ञा पर सहजता से वनवास स्वीकर कर एक आदर्श प्रस्तुत किया।आज के तानवपूर्ण माहौल में श्रीराम के आदर्श हमें हर परिस्थिति में सहज रहने की प्रेरणा देते हैं। भारत स्वाभिमान के जिला संयोजक बृजमोहन मील ने कहा कि पतंजलि योग पीठ के स्वामी रामदेव महाराज ने सन्यास दीक्षा लेकर विश्व में योग की अलख जगाई है। उन्होंने अपने अहर्निश पुरुषार्थ से योग को घर घर तक पहुंचाकर मानवता की सेवा की है। संगठन के कोषाध्यक्ष रामस्वरूप शर्मा ने उपस्थित साधकों को योग, आयुर्वेद, स्वदेशी व आहारचर्या के बारे में बताया। उन्होंने कहा की योग स्वास्थ जीवन जीने की कुंजी है। इस अवसर पर स्काउट मास्टर सुशील शर्मा, शिक्षक हरिराम मील ने अपने विचार व्यक्त किया। बीएसएटी संयोजक बृजमोहन मील ने आभार जताया। इस दौरान अनेक योग साधक उपस्थित रहे।