सीकर कृषि मंडी में भीषण आग से लाखों का नुकसान, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप….

टूटी बिजली लाइन से फैली आग, फायर ब्रिगेड देर से पहुंची; आक्रोशित व्यापारियों ने हाईवे किया जाम
सीकर कृषि मंडी में भीषण आग से लाखों का नुकसान, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप….

सीकर की कृषि उपज मंडी में सोमवार देर रात एक भयंकर हादसा हुआ, जब एक बिजली लाइन टूटकर गिरने से आग लग गई। हादसे में मेसर्स गौरीशंकर संस की दुकान और गोदाम पूरी तरह जलकर खाक हो गए। इस आगजनी में फल, सब्जियां और प्लास्टिक की केरेट्स सहित लाखों का माल और करीब 4.72 लाख रुपये नकद भी जल गए। दुकान मालिक सुभाषचंद्र सैनी के अनुसार, हादसा रात 12:30 बजे के करीब हुआ। सूचना मिलने के बाद पुलिस और दमकल विभाग को तुरंत खबर दी गई, लेकिन फायर ब्रिगेड को पहुंचने में दो घंटे लग गए, जिससे आग ने विकराल रूप ले लिया।

स्थानीय मजदूरों और पल्लेदारों ने सूझबूझ दिखाते हुए आग को अन्य दुकानों तक फैलने से रोक दिया, अन्यथा पूरा मंडी क्षेत्र चपेट में आ सकता था। दुकान मालिक के मुताबिक, यह हादसा बिजली विभाग और मंडी प्रशासन की लापरवाही का परिणाम है। कई बार खराब बिजली लाइन को हटाने की मांग की गई थी, लेकिन अधिकारियों ने उसे अनसुना कर उसी जर्जर लाइन को जोड़ दिया। उसी जगह से तार टूटने पर प्लास्टिक के केरेट्स और फल-सब्जियों ने आग पकड़ ली और देखते ही देखते पूरी दुकान चपेट में आ गई।

सुबह होते ही आक्रोशित व्यापारियों ने मंडी का मुख्य गेट बंद कर दिया, जिससे जयपुर-सीकर हाईवे पर जाम लग गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर समझाइश के बाद जाम खुलवाया। पीड़ित दुकानदारों ने मंडी प्रशासन और राज्य सरकार से मुआवजे की मांग की है, साथ ही आरोप लगाया है कि मंडी सचिव शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं देतीं। पीड़ित का कहना है कि वह इस आर्थिक झटके से शायद ही उबर पाए।