सीवरेज प्रोजेक्ट की धीमी रफ्तार: 8 साल बाद भी अधूरा, शहरी जीवन में बढ़ी मुसीबत…

सीवर लाइन डालने के बाद भी सड़कों की हालत बदहाल, अमृत परियोजना की डेडलाइन चार साल पहले खत्म

सीकर में शहरी सीवर प्रोजेक्ट, जो 8 साल पहले शुरू हुआ था, अब तक अधूरा पड़ा है। सरकारी सिस्टम की धीमी गति और कंपनियों द्वारा समय पर काम न पूरा करने के कारण शहरी लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विभागीय अधिकारी इस साल अक्टूबर तक काम पूरा करने का दावा कर रहे हैं, लेकिन काम की रफ्तार को देखकर ऐसा संभव नहीं लग रहा।

अमृत परियोजना 1.0 के फेज-2 की डेडलाइन मई 2020 में खत्म हो चुकी थी, लेकिन अब तक प्रोजेक्ट के कई हिस्से अधूरे पड़े हैं। 4 किमी क्षेत्र में सीवर लाइन डालने का काम अभी बाकी है, जबकि 5 एमएलडी की एसटीपी का उद्घाटन हाल ही में हुआ। इसके बावजूद, शहरी कॉलोनियों की सड़कों और गलियों की हालत गंभीर बनी हुई है। राधाकिशनपुरा, पिपराली रोड, नवलगढ़ रोड और अन्य क्षेत्रों में सीवर डालने के बाद सड़कों के गड्ढे जैसे के वैसे हैं, जो पैदल चलने में भी मुश्किलें पैदा कर रहे हैं।

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