सोभासरिया में करियर निर्माण के अवसरों पर परिचर्चा का आयोजन

Sikar: सोभासरिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग, साइबर सिक्योरिटी, डाटा साइंस, एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट, बिजनेस एनालिटिक्स तथा हॉस्पिटल एवं हेल्थ केयर मैनेजमेंट जैसे विषयों के बारे में जागरूकता हेतु एक परिचर्चा का आयोजन किया गया.

Sikar क्षेत्र के अग्रणी सोभासरिया ग्रुप इंस्टीट्यूषंस में कम्प्यूटर इंजीनियर एवं प्रबंधन के क्षेत्र में उभरते हुए विषयों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग, साइबर सिक्योरिटी, डाटा साइंस, एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट, बिजनेस एनालिटिक्स तथा हॉस्पिटल एवं हेल्थ केयर मैनेजमेंट जैसे विषयों के बारे में जागरूकता हेतु एक परिचर्चा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ बिनीत सिन्हा, कम्प्यूटर डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष दिलीप अग्रवाल एवं डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट अनवर जोया ने विद्यार्थियों को क्षेत्र से संबंधित बारीकियों के बारे में अवगत कराया.

ग्रुप प्राचार्य डॉ सोलंकी व ग्रुप रजिस्ट्रार प्रदीप शर्मा द्वारा अन्य सभी व्याख्याताओं प्रतिभागियों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन के पश्चात आरंभ हुए कार्यक्रम में पहले विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए दिलीप अग्रवाल एवं अनवर जोया ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डाटा साइंस मशीन लर्निंग डिजिटल मार्केटिंग एवं साइबर सिक्योरिटी से संबंधित अवसरों के बारे में अवगत कराया. उन्होने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आपके करियर को फ्यूचर प्रूफ बना देगा. उसके बिना, स्वचालित प्रणालियाँ कुशलता से काम नहीं कर सकती हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अनुप्रयोग अनंत हैं. ऐसी कई नौकरियां हैं जो एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स का चयन करने वाले उम्मीदवार के लिए उपलब्ध होंगी.

मशीन लर्निंग इंजीनियरिंग के विषय में चर्चा करते हुये वक्ताओं ने अवगत कराया कि एआई में तर्क आधारित प्रणाली बनाने के लिए, हमें बड़ी मात्रा में डेटा के साथ सिस्टम को फीड करने की आवश्यकता है. एआई मशीनों को अपने एल्गोरिथ्म को ठीक से काम करने देने के लिए व्यापक, तार्किक और बड़ी मात्रा में डेटा की आवश्यकता होती है. यह मशीन लर्निंग इंजीनियरों का काम है. मशीन लर्निंग इंजीनियरों के समान, डेटा वैज्ञानिक एआई को और अधिक कुशल बनाने के लिए डेटा का विश्लेषण करते हैं एआई दुनिया में डेटा वैज्ञानिक शायद सबसे महत्वपूर्ण लोग हैं. 

बीटेक साइबर सिक्योरिटी के छात्र विभिन्न डोमेन जैसे डार्क वेब, एथिकल हैकिंग, साइबरवारफेयर, डिजिटल फोरेंसिक आदि में विशेषज्ञ बनते हैं. वे एप्लिकेशन, नेटवर्क या कंपनी डेटा के लिए सुरक्षा प्रणालियों पर काम कर सकते हैं. चूंकि अधिक से अधिक लोग ऑनलाइन सेवाओं को इस्तेमाल कर रहे हैं, इसलिए ऑनलाइन चोरी और धोखाधड़ी में वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि स्पैमिंग, फ़िशिंग, मैलवेयर, वायरस और अन्य सूचना सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए साइबर सुरक्षा पेशेवरों, विशेष रूप से इन हाउस विशेषज्ञों की  मांग बढ़ रही है. 

तत्पश्चात डॉ बिनीत सिन्हा ने सभी को एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट एवं बिजनेस एनालिटिक्स में मिलने वाले अवसरों के बारे में अवगत कराया. उनके अनुसार एग्रीबिजनेस कृ-ुनवजया उत्पादन और इसके अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के व्यावसायिक पहलू पर केंद्रित है. कृषि व्यवसाय प्रबंधन पेशेवर और बिजनिस लीडर बना कर कृषि क्षेत्र की सहायता करता है. प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए, कंपनियों को अपने साथियों से आगे रहने की जरूरत है और दक्षता में सुधार के साथ-साथ अधिक मुनाफा बढाने के लिए अपने निर्णय में आधुनिक तकनीक की आवष्यकता है. निर्णय लेने में सहायता के लिए बिजनेस एनालिटिक्स उपलब्ध डेटा को अधिक मूल्यवान इनपुट में बदल सकते हैं.

बिजनेस एनालिटिक्स टूल्स के साथ, हमें टारगेट कस्टमर्स की गतिविधियों से मिलने वाले प्राथमिक और द्वितीय डेटा की अधिक गहन समझ हो सकती है. इससे प्रबन्धकों को अपनी प्रक्रियाओं को और अधिक परिष्कृत करने और अधिक उत्पादक बनने में मदद मिलती है. हॉस्पिटल एंड हेल्थकेयर मैनेजमेंट विद्यार्थियों के लिए एक उभरता हुआ क्षेत्र है इस क्षेत्र में अध्ययन करने के बाद विद्यार्थी हेल्थ केयर इंस्टिट्यूशन बड़े हॉस्पिटल्स में उनकी गुणवत्ता बनाए रखने एवं उनके कोआर्डिनेशन में एक महत्वपूर्ण रोल भूमिका अदा कर सकते हैं वे यह सुनिश्चित करते हैं कि अस्पताल और अन्य स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रत्येक रोगी के लिए सर्वात्तम देखभाल प्रदान करें. हेल्थ केयर मैनेजमेंट में अध्ययन के बाद विद्यार्थी हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर फाइनेंशियल मैनेजर मैनेजर मेडिकल डायरेक्टर मेडिकल क्लिनिकल मैनेजर हेल्थ इनफॉरमेशन मैनेजर रिसर्च मैनेजर जैसी भूमिकाओं में अपनी सेवाएं दे सकते हैं

अनवर जोया ने बताया कि डिजीटल मार्केटिंग विद्यार्थियों को वर्तमान एवं भविष्य दोनों के लिए बेहतरीन रूप से तैयार करता है डिजीटल मार्केटिंग के विद्यार्थी सोशल मीडिया एवं अन्य डिजिटल प्लेटफामर्स पर कंपनी के प्रोडक्ट को प्रमोशन करने की स्ट्रैटेजीस बनाते हैं डिजीटल मार्केटिंग करने के बाद विद्यार्थी डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट के रूप में कम खर्च में अधिक गुणवत्ता वाला कंटेंट और उसके प्रमोशन के तरीके विकसित कर सकते हैं बीटेक डिजिटल मार्केटिंग के बाद विद्यार्थी डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर, एस ई ओ स्पेशलिस्ट, सर्च इंजन मार्केटर, सोशल मीडिया मार्केटर, वेब एनालिस्ट, डाटा एनालिस्ट, कंटेंट मार्केटर, ईमेल मार्केटर के रूप में अपनी सेवाएं दे सकते हैं और इसके लिए उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र की कंपनियों में उच्च पदों पर नौकरियां मिल सकती है.

इस अवसर पर ग्रुप प्राचार्य, ग्रुप रजिस्ट्रार एवं ग्रुप प्रबंधन ने वक्ताओं की प्रशंसा करते हुए आज के इस कार्यक्रम से सभी को सीख लेने एवं अपने कैरियर को बेहतरीन दिशा में आगे ले जाने का संदेश दिया. 

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