छाण गांव में 700 साल पुराने कब्रिस्तान की भूमि राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज न होने के कारण इसे बिजली निगम को 132 केवी स्टेशन के लिए आवंटित कर दिया गया, जिससे मुस्लिम समुदाय में आक्रोश है। वक्फ बोर्ड के पदाधिकारियों ने बताया कि यह भूमि पहले से कब्रिस्तान के रूप में उपयोग हो रही थी, लेकिन राजस्व विभाग में इसे चरागाह भूमि बताया गया। ग्राम पंचायत सरपंच और स्थानीय नेताओं ने प्रशासन से इस भूमि को वक्फ संपत्ति मानते हुए इसे कब्रिस्तान के नाम पुनः आवंटित करने की मांग की है। वहीं, प्रशासन का कहना है कि केवल खाली भूमि पर बिजली स्टेशन बनाया जा रहा है और कब्रों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा।