एक महिला दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Indira Gandhi International Airport) के अंदर बोर्डिंग गेट के पास पैनिक अटैक आने के बाद बेहोश हो गई. एयर इंडिया एयरलाइंस के कर्मचारियों ने कथित तौर पर यह दावा किया कि उड़ान भरने के उनके अनुरोध को इनकार किया, क्योंकि उसे देर हो गई थी. इंस्टाग्राम यूजर विपुल भीमानी ने वीडियो को पोस्ट किया है. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद एयरलाइन ने एक आधिकारिक बयान में इसे भ्रामक बताया. अपने सोशल मीडिया (Social Media) पोस्ट में विपुल भीमनी महिला के भतीजे ने दावा किया है कि वह अपनी चाची के साथ, जो हार्ट और डाइबिटीज की रोगी हैं, और उनके चचेरे भाई को 5 मई को एयर इंडिया की उड़ान 823 में सवार होना था. उड़ान सुबह 4.45 बजे निर्धारित की गई थी. उन्होंने आरोप लगाया कि सुरक्षा जांच में कुछ टेक्निकल इश्यू के कारण तीन लोगों की बोर्डिंग से देरी से हुई और वह 4.27 बजे बोर्डिंग गेट पर पहुंचे. उन्होंने पोस्ट में लिखा, ‘हमारे साथ एक हार्ट और डाइबिटीज की महिला रोगी थी. स्थिति जानने के बाद, हमने चेक-इन प्वाइंट पर चल रहे तकनीकी इश्यू में मदद करने के लिए एयर-इंडिया के कर्मचारियों को पहले ही सूचित कर दिया था. उन्होंने यह कहकर हमें किसी भी सहायता से सख्ती से इनकार कर दिया कि सुरक्षा जांच का मुद्दा हमारे काम का नहीं है.’ भीमनी ने आगे दावा किया कि जब उन्होंने अंततः सुरक्षा को मंजूरी दे दी, तो उन्होंने एयर इंडिया के कर्मचारियों को सूचित किया कि वे पांच मिनट में बोर्डिंग गेट पर पहुंच जाएंगे क्योंकि उनके साथ एक हृदय और मधुमेह रोगी था, इसके बावजूद एयरलाइन ने बोर्डिंग गेट बंद कर दिया और उन्हें प्रवेश से वंचित कर दिया. जैसा कि महिला के बेटे का उसी दिन आखिरी एग्जाम था, उसे पैनिक अटैक का दौरा पड़ा और बेहोश हो गई. सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया कि एक चिकित्सा स्थिति के बावजूद, एयरलाइन ने उन्हें महिला को चिकित्सा सहायता देने के बजाय हवाई अड्डे से बाहर जाने के लिए कहा. हालांकि, एयर इंडिया के आधिकारिक बयान के अनुसार, महिला और उसके साथ गए दो यात्रियों ने बोर्डिंग गेट को बंद करने के बाद इसकी सूचना दी, हालांकि उन्हें कई बार रिपोर्ट करने के लिए बुलाया गया था. इसके अलावा, एयरलाइन ने कहा कि महिला के गिरने के बाद एयर इंडिया के कर्मचारियों द्वारा एक डॉक्टर और सीआईएसएफ-आईएसएफ कर्मियों को तुरंत बुलाया गया था, लेकिन जब डॉक्टर मौके पर पहुंचे और किसी भी चिकित्सा या व्हीलचेयर सहायता से इनकार कर दिया, क्योंकि यात्री पहले से बेहतर महसूस करने लगे.
एयरलाइन ने कहा, ‘एक वीडियो क्लिपिंग विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रसारित हो रही है जिसमें दिल्ली हवाई अड्डे पर एक एयर इंडिया यात्री की घटना को दिखाया गया है. यह एयर इंडिया की एक यात्री के प्रति उदासीन होने की भ्रामक छवि को व्यक्त कर रहा है, जो गेट के पास पड़ी हुई है.’
आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘एयर इंडिया हमेशा यात्रियों की सुरक्षा और आराम को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है. हालांकि, एक जिम्मेदार एयरलाइन के रूप में, हमें नियामक अधिकारियों द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करना होगा और किसी भी मामले में, हम उड़ान में देरी नहीं कर सकते हैं, खासकर जब सभी यात्री समय पर सवार हो गए हों. हमें उम्मीद है कि इससे उपरोक्त मुद्दे पर मामला साफ हो गया है.’