Khatushyam Ji: खाटू श्याम के भक्तों के लिए खुशखबरी, तीन महीने बाद आज शाम 4 बजे से खुलेगा मंदिर, लक्खी मेला 22 से
राजस्थान के सीकर में बसे खाटू श्याम के तीन महीने बाद आज शाम 4 बजे से मंदिर खुलेगा, जिसके बाद नई व्यवस्थाओं में बाबा के भक्त आराम से दर्शन कर पाएंगे, 1100 से ज्यादा जवान सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे.
देश के लाखों श्याम भक्तों का खाटूश्याम मंदिर खुलने का इंतजार सोमवार को खत्म हो गया है. 85 दिन बंद रहने के बाद आज मंदिर को शाम 4.15 बजे भक्तों के दर्शन के लिए शुरू कर दिया जाएगा. गौरतलब है कि 22 फरवरी से बाबा खाटू श्याम का लक्खी मेला शुरू होने जा रहा है, जो 4 मार्च को खत्म होगा. ऐसे में अब मेले तक रोज लाखों श्रद्धालु बाबा खाटू श्याम मंदिर के में दर्शन करेंगे. खाटू श्याम मंदिर 13 नवंबर से बंद है. मंदिर के विस्तार के लिए मंदिर को आम भक्तों के लिए बंद करने का निर्णय लिया गया था. 2 महीने से ज्यादा समय तक खाटू कस्बे में कई विकास कार्य हुए.मंदिर में दर्शन के लिए की गई.खाटू श्याम मंदिर में नई व्यवस्था लागू – जिला प्रशासन की पहल के चलते अब बाबा श्याम के दरबार में तिरुपति बालाजी मंदिर जैसे सभी व्यवस्था की जाएंगी, जैसे लगेज की स्क्रीनिंग, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, डोनेशन दर्शन, सामान्य-वीआईपी दर्शन के साथ श्रद्धालुओं की फोटो स्कैन होती है. इससे भक्तों की संख्या के बारे में मंदिर और स्थानीय प्रशासन को पता होता है. ये सभी व्यवस्था जल्द ही खाटू श्याम मंदिर में लागू की जाएंगी. मंदिर ट्रस्ट के मंत्री श्याम सिंह ने कहा कि खाटू नगरी में हर साल लक्खी मेले का आयोजन होता है, जिसमें लाखों देश-विदेश भक्त आते हैं. इसके अलावा हर महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी और द्वादशी को भी मेले का आयोजन होता है. इस बार मेला 22 फरवरी को शुरू होगा, जिसके लेकर सभी तैयारियां की जा रही हैं. इस बार बाबा के भक्त निशान (झंडे) को मंदिर तक नहीं ले जा सकेंगे, इसके लिए लखदातार मैदान के पास ही झंडे इकठ्ठे कर लिए जाएंगे. खाटू श्याम जी का लक्खी मेला शुरू होने से पहले ही खाटू कस्बे में करीब 1100 आरएसी, पुलिस और सिक्योरिटी गार्ड तैनात कर दिए गए हैं. इन्होंने रविवार से ही अपने पॉइंट्स पर ड्यूटी शुरू दी है. इसमें आरएसी और पुलिस के जवानों की दो पारियों में 12-12 घंटे की ड्यूटी होगी. होमगार्ड की 8 घंटे की ड्यूटी के हिसाब से तीन पारी हैं. मंदिर खुलने के साथ भीड़ बढ़ने पर जाब्ता बढ़ा दिया जाएगा. मेले के दौरान करीब 3000 से 4000 सुरक्षा व्यवस्था जवान संभालते हैं. इस बार यदि भीड़ बढ़ती है तो यह संख्या बढ़ाई भी जाएगी.