Sikar: ‘भाईजी’ की पुण्यतिथि मनाई समारोह पूर्वक, भजन संध्या का हुआ आयोजन
सीकर के सांस्कृतिक मंडल के संस्थापक की 24वीं पुण्यतिथि समारोह पूर्वक मनाई गई. इस दौरान समारोह में भजन संध्या का आयोजन तथा प्रतिभाओं का सम्मान किया गया.
Sikar: जिलें के सांस्कृतिक मण्डल के संस्थापक व अन्य कई संस्थाओं के पुरोधा व जनक श्री किशनलाल चौकड़ीका जिनको ‘भाईजी’ के नाम से जाना जाता है उनकी 24 वी पुण्यतिथि रामलीला रंगमंच परिसर में समारोह पूर्वक मनाई गई. पूज्य सन्त चन्द्रमा दास जी महाराज व अवधेशाचार्य जी महाराज के सानिध्य में आयोजित भक्ति संध्या में पंडित किशन मल्लाका ने गणेश वंदना से सुरुवात की बाद गोपाल शेखावत ने चदरिया झीनी रे झीनी , राजाराम शर्मा ने साँसों का क्या भरोसा, अमित खंडेलवाल ने जगत में सब मतलब के यार, नन्दनी त्यागी ने श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी, मोहित शर्मा ने प्रभु तेरे नाम,
सन्तोष खंडेलवाल ने चंद पल जीवन के तेरे रह गए, महेश शर्मा ने जो पेड़ लगाया हमने उसी के फल खा रहे हैं, नवीन चौकड़ीका ने तू प्यार का सागर है व विनोद भंडारी ने चिठी ना कोई सन्देश ना जाने कोन सा देश ना जाने तुम कहा चले गए,अभिषेक समसु ने मधुवन खुश्बू देता है आदि कलाकारों ने भक्ति संध्या में देर रात्रि तक प्रसूतिया दी.इस अवसर पर अलग अलग क्षेत्रो से नन्दनी त्यागी, सन्तोष खंडेलवाल, रामकुमार डिडवानिया, नरेंद्र पारीक व विनोद नायक का सम्मान किया गया. विशिष्ठ अतिथियों में चन्द्रमादास जी महाराज, अवधेशाचार्य जी महाराज, सुनीता गठाला, रीटा सिंह, राजकुमारी शर्मा, अनिता शर्मा, पवन जोशी, ईस्वर सिंह राठौड़, ताराचंद घायल, महेश शर्मा, डॉ एन एम गोयल,सुभाष मील, महेश टीबड़ा, योगेंद्र सिंह मौजूद रहे. कार्यक्रम के दौरान सभी अतितिथियो व उपस्थित गणमान्यजनों ने भाईजी को पुष्पांजलि अर्पित की इस दौरान सांस्कृतिक मण्डल व किशनलाल चौकडीका संस्थान के सभी पदाधिकारि,कार्यकर्ता व शहर के गणमान्यजन मौजूद रहे. सन्त महात्माओ ने अपने उद्बोधन में कहा की हमे ऐसे लोगो से प्रेरणा लेकर निस्वार्थ भाव से कार्य करना चाहिए यही इन महापुरुषों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी. कार्यक्रम का संचालन जानकी प्रसाद इन्दोरिया ने किया व जगदीश प्रसाद चौकड़ीका ने आभार प्रकट किया.