अगर शरीर में दिखे ये लक्षण तो तुरंत पहुंचे हॉस्पिटल, देरी की तो गंभीर हो सकते हैं नतीजे

कई बार स्वास्थ्य समस्याओं के कुछ ऐसे भयावह रूप देखने को मिलते हैं, जो पूरे परिवार को झकझोर कर रख देता है. कार्डियक अरेस्ट उसमें से एक है. जो दिल के खराबी के कारण होता है. आइए जानते हैं इसकी असली वजह के बारें में.

सेहत का ध्यान रखने के लिए हमेशा पौष्टिक भोजन सेवन करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि हृदय की मजबूती आपके स्वस्थ समस्यायों को खत्म करने में मदद करता है. देखा जाये तो ह्रदय गति का अचानक रुक जाना कार्डियक अरेस्ट कहलाता है. जो बिना संकेत या चेतावनी के अचानक होता है. यह अटैक दिल में खराबी के कारण होता है.

यह ठीक कंप्यूटर सिस्टम की तरह है जिस तरह से कंप्यूटर के तार एक दूसरे के जुड़े रहने पर हमारा काम करते रहते हैं उसी तरह दिल भी होता है. जिसका तार टूट जाने पर अचानक कार्डियक अरेस्ट के चपेट में आ सकते हैं. आइए जानते हैं इसके होने के और भी गंभीर वजह के बारें में. 

कई लोगों को लगता है की कार्डियक अरेस्ट हार्ट अटैक का ही रूप है. लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हैं. आपको बता दें कार्डियक का अटैक दिल के भीतरी हिस्सों के खराब हो जाने पर होता है. यानि दिल का काम है खून को शुद्ध करना और पूरे शरीर में संचार कराना अगर इसमें किसी भी तरह की दिक्कत आती है. तो इसका सीधा असर धड़कन पर पड़ता है. जो लोग पहले से ही हार्ट अटैक के दर्द से निकल चुके हैं उन्हें कार्डियक अरेस्ट आने की संभावना ज्यादा होती है. 

लक्षण

  • हृदय का तेजी से धकधकाना 

  • सीने में दर्द का अहसास 

  • चक्कर आना 

  • सांस लेने में समस्या 

  • जल्दी थकान महसूस होना 

आज कल के जीवन जीने के तरीके और गलत खान-पान के वजह से हार्ट अटैक से मृत्यु दर तेजी से बढ़ने लगा है. जिससे कई लोग अपनी लाइफस्टाइल को अच्छा बनाने में लगे हैं. लेकिन वहीं जब कार्डियक अरेस्ट की बात आती है. तो हार्ट अटैक की आंशका सताने लगती है. हार्ट अटैक तब होता है जब हृदय के कुछ हिस्सों में खून का संचार कम हो जाता है. लेकिन कार्डियक अटैक में खून का संचार अचानक बंद हो जाता है.

हार्ट अटैक के बाद भी शरीर के कुछ हिस्सों में खून का संचार होता रहता है. लेकिन कार्डियक अटैक की स्थिति में खून का संचार पुरे शरीर में बंद हो जाता है. 

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