गौरव सेनानी करामत अली पठान (90) का बुधवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। लक्ष्मणगढ़ वे इलाके के खीरवा गांव के निवासी थे। बेटे कर्नल सलीम पठान ने बताया कि गुरुवार शाम 5 बजे खीरवा गांव के कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा। उन्होंने 1955 में सेना और 1974 में बीएसएफ ज्वॉइन की थी। इंस्पेक्टर पद से रिटायर होने के बाद करामत अली ने युवाओं को सेना भर्ती की तैयारी भी कराई। उनके तीन बेटे सेना में हैं। याकूब अली पठान डिप्टी कमांडेंट पद से रिटायर हुए हैं, जबकि इरफान पठान अभी कमांडर हैं।
कर्नल सलीम ने बताया कि मेरे पिता अच्छे घुड़सवार भी थे। उन्होंने 1979 के मॉस्को प्री-ओलिंपिक गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। वे 1967 से 1974 तक पुणे की नेशनल डिफेंस एकेडमी में घुड़सवारी के प्रशिक्षक रहे थे। जनरल वीके सिंह उस समय डिफेंस एकेडमी में कैडेट थे।
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