चौथ माता के व्रत में महिलाओं ने किया उपवास, चंद्रमा को अर्घ्य देकर मांगी मनोकामना…

वैशाख कृष्ण चतुर्थी पर महिलाओं ने पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की

सीकर में बुधवार को महिलाओं ने श्रद्धा और आस्था के साथ चौथ माता का व्रत रखा। दिनभर निर्जल उपवास रखने के बाद रात्रि में चंद्रमा के दर्शन कर उसे अर्घ्य अर्पित किया गया और व्रत खोला गया। इस अवसर पर महिलाओं ने चौथ माता की पूजा के साथ पारंपरिक कथा का श्रवण किया। पूजा-अर्चना के दौरान महिलाओं ने परिवार की सुख-शांति और संतान की लंबी उम्र की कामना की।

पंडित नरेश जोशी ने बताया कि वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाने वाला यह व्रत संकट चतुर्थी के नाम से जाना जाता है, जो विशेष रूप से फलदायी माना गया है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा भी की जाती है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से साधक की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख, सौभाग्य एवं समृद्धि का वास होता है।

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