जाखड़ की विदाई पर सिद्धू ने सुझाया बीच का रास्ता, ट्वीट कर मनाने की कोशिश
सुनील के जाखड़ के अचानक पार्टी से अलग होने के बाद सिद्धू का ट्वीट आया है. जिसमें वह कह रहे हैं, 'बातचीत से मिटाए जा सकते हैं मतभेद'.
पंजाब कांग्रेस के सदस्यों के बीच की दरारें अब साफ तौर पर नजर आने लगी हैं. पार्टी के सीनियर्स के मन में भरी नाराजगी अब सतह पर नजर आने लगी है. सुनील जाखड़ के अचानक से पार्टी छोड़ने के बाद अब नवजोत सिह सिंद्धू ने एक ट्वीट किया है, जिसमें वह जाखड़ को मनाते हुए और बीच का रास्ता सुझाते हुए नजर आ रहे हैं. दरअसल, सुनील जाखड़ के नाराजगी जताने के बाद पार्टी छोड़ने के निर्णय पर सिद्धू पार्टी के साथ नहीं बल्कि सुनील के जाखड़ की साइड खड़े दिख रहे हैं. असंतुष्ट कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ की नाराजगी के बाद सिद्धू ने सोशल मीडिया पर कहा है कि कांग्रेस को सुनील जाखड़ को नहीं खोना चाहिए. जाखड़ पार्टी के लिए अहम संपत्ति हैं. साथ ही सिद्धू ने बीच का रास्ता निकालते हुए कहा है कि किसी भी मतभेद को बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता है. आपको याद दिला दें कि आज जाखड़ का पक्ष लेने वाले सिद्धू ने हाल ही में उनसे मुलाकात की थी. दरअसल नवजोत सिंह सिद्धू पर खुद ही अनुशासनहीनता के आरोप लगे हुए हैं. ऐसे में सिद्धू पर खुद भी पार्टी से बाहर किए जाने की तलवार लटकी हुई है. इस स्थिति में उनका ये बयान अलग-अलग सियासी मायनों वाला माना जा रहा है. गौरतलब है कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति (पीपीसीसी) के प्रमुख सुनील जाखड़ ने कांग्रेस छोड़ने के अपने फैसले का ऐलान करते हुए ‘गुड लक और गुडबाय कांग्रेस’ कह दिया. जाखड़ का यह चौंकाने वाला निर्णय उस समय सामने आया है जब उदयपुर में कांग्रेस का तीन दिवसीय ‘चिंतन शिविर’ चल रहा है. जाखड़ ने अपने फेसबुक पेज पर लाइव आकर, कांग्रेस छोड़ने के फैसले की घोषणा की. जाखड़ ने कहा, ‘पार्टी के लिए यह (मेरी विदाई) उपहार है. भविष्य के लिए शुभकामनाएं और अलविदा कांग्रेस.’
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