पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में 10वीं पास करने वाली कल्पना का क्यों किया जिक्र? जानकर हैरान रह जाएंगे
पीएम मोदी ने 'मन की बात' में 10वीं पास करने वाली छात्रा कल्पना की कहानी बताई. पीएम ने बताया कि किस तरह महज 3 महीनों में कन्नड़ भाषा सीखकर कल्पना ने 10वीं की परीक्षा में 92 नंबर हासिल किए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 89वें एपिसोड को संबोधित किया. इस दौरान पीएम ने एक छात्रा का जिक्र किया, जिसने बेहद कम समय में कन्नड़ भाषा सीखकर 10वीं की परीक्षा में अच्छे नंबर हासिल किए. पीएम ने कहा, “हमारे देश में कई भाषाओं, लिपियों और बोलियों का खजाना है. अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग कपड़े, खान-पान और संस्कृति है. यही विविधता हमारी पहचान है और एक राष्ट्र के रूप में हमें सशक्त बनाती है व एकजुट रखती है. इससे जुड़ा एक बहुत ही प्रेरक उदाहरण एक बेटी कल्पना का है, जिसे मैं आप सभी के साथ साझा करना चाहता हूं. उसका नाम कल्पना है, लेकिन उसका प्रयास है ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की सच्ची भावना से भरा हुआ है.” पीएम मोदी ने कहा, “कल्पना ने हाल ही में कर्नाटक में 10वीं की परीक्षा पास की है, लेकिन उनकी सफलता की सबसे खास बात यह है कि कल्पना कुछ समय पहले तक कन्नड़ भाषा नहीं जानती थीं. उन्होंने तीन महीने में न केवल कन्नड़ भाषा सीखी, बल्कि 92 नंबर भी हासिल किए. यह जानकर आश्चर्य होगा, लेकिन यह सच है. उनके बारे में और भी कई बातें हैं जो आपको हैरान और प्रेरित करेंगी. कल्पना मूल रूप से उत्तराखंड के जोशीमठ की रहने वाली हैं. वे पहले टीबी से पीड़ित रहीं और तीसरी कक्षा में उनकी आंखों की रोशनी भी चली गई. लेकिन कहते हैं न, ‘जहां चाह-वहां राह’. कल्पना बाद में मैसूर की रहने वाली प्रोफेसर तारामूर्ति के संपर्क में आईं, जिन्होंने उनकी मदद की.” योग दिवस के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘साथियो, हमारे देश में इस बार ‘अमृत महोत्सव’ को ध्यान में रखते हुए देश के 75 प्रमुख स्थानों पर भी ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ का आयोजन होगा. इस अवसर पर कई संगठन और देशवासी ने अपने-अपने स्तर पर अपने-अपने क्षेत्र की खास जगहों पर कुछ न कुछ Innovative करने की तैयारी कर रहे हैं. मैं आपसे भी ये आग्रह करूंगा, इस बार योग दिवस मनाने के लिए, आप, अपने शहर, कस्बे या गांव के किसी ऐसी जगह चुनें, जो सबसे खास हो.मैं चाहूंगा कि आप भी अपने यहां अभी से ‘योग दिवस’ की तैयारियां शुरू कर दीजिए. ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिलिए, हर किसी को ‘योग दिवस’ के कार्यक्रम में जुड़ने के लिए आग्रह कीजिये, प्रेरित कीजिये.
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