बीडीके अस्पताल: सोनोग्राफी की दो नई मशीनें आई, लेकिन रेडियोलॉजिस्ट की व्यवस्था नहीं

झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल में सोनोग्राफी की दो नई मशीनें खरीदी गई है. लेकिन अस्पताल प्रबंधन के सामने सबसे बड़ी समस्या रेडियोलॉजिस्ट की आ रही है.

जिला मुख्यालय स्थित राजकीय भगवानदास खेतान अस्पताल में सोनोग्राफी की दो नई मशीनें खरीदी गई है. अस्पताल प्रबंधन ने दो सोनोग्राफी मशीन की व्यवस्था तो कर ली लेकिन फिलहाल रेडियोलॉजिस्ट की व्यवस्था नहीं हो पाई है. बिना सोनोलॉजिस्ट के इन मशीनों का सही उपयोग नहीं हो पाएगा.

अस्पताल के पीएमओ डॉ कमलेश झझड़िया ने बताया कि निविदा के आधार पर रेडियोलॉजिस्ट नियुक्त किए जाएंगे. इसकी प्रक्रिया जल्द शुरू कर दी जाएगी. इसके बाद ही मरीजों को राहत मिल सकेंगी. जानकारों की मानें तो वर्तमान में बीडीके अस्पताल में छह घंटे सोनोग्राफी करने का कार्य किया जाता है. एक सोनोग्राफी में रिपोर्ट देने सहित करीब दस मिनट लगने बताए जा रहे हैं. ऐसे में एक घंटे में दस सोनोग्राफी और छह घंटे में 60 सोनोग्राफी ही हो पाती हैं. जबकि अस्पताल में रोजाना तीन सौ से चार सौ के बीच सोनोग्राफी लिखी जाती हैं.

अस्पताल प्रबंधन के सामने सबसे बड़ी समस्या रेडियोलॉजिस्ट की आ रही है. पहले से संचालित एक सोनोग्राफी मशीन के लिए एक भी रेडियोलॉजिस्ट नहीं है. सरकार की तरफ से पिछले दिनों एक रेडियोलॉजिस्ट डॉ. राजकुमार बम्बोरिया को लगाया गया था. उक्त रेडियोलॉजिस्ट एक दिन ज्वॉइन कर मेडिकल लीव पर चला गया. 

पीएमओ डॉक्टर कमलेश ने बताया कि दो नई सोनोग्राफी मशीनें आ चुकी हैं. इनके रजिस्ट्रेशन और इंस्टालेशन की प्रक्रिया पूरी होते ही इन्हें शुरू किया जाएगा. सबसे बड़ी दिक्कत रेडियोलॉजिस्ट की है. एक रेडियोलॉजिस्ट को लगाया गया था. परंतु वह मेडिकल अवकाश पर चल रहा है. रेडियोलॉजिस्ट के लिए निविदा निकाली जाएगी. 

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