बीमारी के कारण हैड कांस्टेबल का हुआ निधन, झुंझुनूं पुलिस ने जवान को दिया गार्ड ऑफ ऑनर
राजस्थान पुलिस में उदयपुर में तैनात हैड कांस्टेबल 48 वर्षीय बुद्धनारायण शर्मा का उनके पैतृक गांव दूधवा के मुक्ति धाम में पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
राजस्थान पुलिस में उदयपुर में तैनात हैड कांस्टेबल 48 वर्षीय बुद्धनारायण शर्मा का उनके पैतृक गांव दूधवा के मुक्ति धाम में पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. शर्मा के पार्थिव देह पर डीएसपी खेतड़ी राजेशकुमार कसाना, सीआई विनोद सांखला, सीआई उदयपुर अनिल देवल और शैलेंद्रसिंह सहित ने पुष्पचक्र अर्पित किए.
हैड कांस्टेबल के पार्थिव देह के साथ आए सीआई अनिल देवल और शैलेंद्रसिंह ने बताया कि हैड कांस्टेबल बुद्धनारायण शर्मा वर्ष 1992 में राजस्थान पुलिस मे भर्ती हुए थे. वह पिछले काफी समय से उदयपुर की ट्रैफिक पुलिस में तैनात थे. दो दिन पूर्व उदयपुर में ड्यूटी पर तैनात बुद्धनारायण के अचानक पेट में दर्द की शिकायत होने पर इलाज के लिए ले जाया गया, जहां स्वस्थ नहीं होने पर उसे अहमदाबाद ले गए और इलाज के दौरान बुद्धनारायण शर्मा का निधन हो गया, जब उनका शव पैतृक गांव दूधवा पहुंचा तो उनके निधन की सूचना पर घर में कोहराम सा मच गया.
देवल ने बताया कि एचसी बुद्धनारायण लगभग बीस वर्षों तक जिला डीएसटी टीम में भी तैनात रहे थे और वे फुटबॉल, वॉलीबाल और कबड्डी के अच्छे खिलाड़ी रहे है. खेलों में पुलिस टीम में खेलते हुए उन्होंने कई पदक हासिल पर पुलिस का गौरव बढ़ाया था. वे काफी मिलनसार और सहज स्वभाव के थे और अपनी ड्यूटी को लेकर काफी सतर्क रहते थे. जवान के परिवार में धर्मपत्नि संगीता शर्मा और दो बेटियां और एक पुत्र कुणाल है. जो 11वीं कक्षा का छात्र है. डीएसपी राजेश कसाना ने तिरंगा जवान के पुत्र कुणाल को प्रदान किया तो वहां उपस्थित हर किसी की आंखे नम हो उठी.
इस दौरान झुंझुनूं से आई पुलिस टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. पार्थिव देह को उनके पुत्र कुणाल ने मुखाग्नि दी. जवान के अंतिम संस्कार में उप जिला प्रमुख सत्यवीर गुर्जर, मुंशीराम गुर्जर, ब्रह्मानंद शर्मा, बालकृष्ण शर्मा, हनुमानप्रसाद शर्मा, सुभाष शर्मा, अशोक शर्मा, रामावतार, रामकिशन, रामानंद शर्मा, कैलाशचंद शर्मा, मदनमोहन शर्मा, सुखदेव आर्य, रामजीलाल गुर्जर, राजवीर गुर्जर, अनिल अनमोल, लेखराज सहित दर्जनों लोगों ने पुष्पांजली अर्पित कर श्रद्धांजलि दी है.
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