बीमित पशु की मौत पर अब नहीं होगा पोस्टमार्टम…
पशु चिकित्सक के पंचनामा से ही मिलेगा मृत्यु प्रमाण पत्र, क्लेम प्रक्रिया अब पहले से आसान
मंगला पशु बीमा योजना में बड़ा बदलाव करते हुए पशुपालकों को बड़ी राहत दी गई है। अब बीमित पशु की मृत्यु पर पोस्टमार्टम कराना जरूरी नहीं होगा। इसके बजाय, वेटरनरी डॉक्टर मौके पर पहुंचकर निरीक्षण करेंगे और पंचनामा बनाकर मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी कर सकेंगे। इस प्रक्रिया से बीमा क्लेम पाने में न समय लगेगा और न ही पशुपालकों को अनावश्यक भागदौड़ करनी पड़ेगी।
झुंझुनूं के पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक सुरेश सुरा ने बताया कि इस फैसले से ग्रामीण पशुपालकों को सीधा फायदा मिलेगा, क्योंकि मृत पशु को अस्पताल ले जाना कई बार संभव नहीं होता। सभी सरकारी डॉक्टरों को इस नई व्यवस्था के अनुसार काम करने के निर्देश दे दिए गए हैं।
5 प्रमुख बातें इस योजना से जुड़ी:
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डॉक्टर को देना होगा सूचना:
पशु की मृत्यु होने पर पशुपालक को केवल नजदीकी पशु चिकित्सक को बुलाना होगा, जो मौके पर पंचनामा बनाकर प्रमाण पत्र देंगे। -
क्लेम की प्रक्रिया हुई आसान:
अब पशुपालकों को न पोस्टमार्टम करवाना होगा, न अस्पताल जाकर रिपोर्ट का इंतजार करना होगा। ये बदलाव मानसिक और आर्थिक राहत देंगे। -
12,000+ पशुओं को हेल्थ सर्टिफिकेट:
जिले में अब तक 12 हजार से ज्यादा मवेशियों को योजना के तहत स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी हो चुके हैं, जो बीमा के लिए जरूरी दस्तावेज है। -
समय पर मिलेगा क्लेम:
पंचनामा आधारित प्रक्रिया के चलते क्लेम जल्दी मिलेगा, जिससे पशुपालक जल्द ही नया मवेशी खरीदकर अपना काम दोबारा शुरू कर सकेंगे। -
योजना को मिला नया जीवन:
इस संशोधन से योजना अब ज्यादा सरल और असरदार हो गई है। सरकार चाहती है कि अधिक पशुपालक इससे जुड़ें और इसका असली लाभ उठा सकें।
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