राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा पीसीसी सदस्यों की घोषणा के बाद मचा बवाल

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के जिले के 16 ब्लॉकों से सदस्य बनाये गये. सूची में अक्सर विधायक या क्षेत्र से चुनाव लडने वाले प्रत्याशी की मंशा काम करती है लेकिन इस बार 3 ब्लॉको में ऐसा नहीं हुआ.

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सीकर जिले के 16 ब्लॉकों से बनाए गए सदस्यों के नाम सामने आने के बाद नया सियासी संदेश देखने को आया है. काफी जद्दोजहद के बाद जारी हुई पीसीसी सदस्यों की सूची में अक्सर विधायक या क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी की मंशा काम करती है लेकिन इस बार 3 ब्लॉकों में ऐसा नहीं हो पाया है.

सियासत के जानकार एक सूत्र के अनुसार सीकर, धोद और दांतारामगढ़ के विधायकों की मर्जी के खिलाफ अन्य सदस्य बना दिए गए हैं, जो उनके लिए एक करारा झटका है.

इन तीनों क्षेत्रों में विधायकों के अलावा पिपराली से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया, पलसाना से प्रदेश कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष हेमसिंह शेखावत और लोसल से महिला कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष पूरण कंवर को सदस्य बनाया गया है. यह तीनों नाम क्षेत्र के विधायकों के लिए एक तरीके से खुली सियासी चुनौती हैं.

विधायकों के समर्थक इस सियासी सर्जरी के पीछे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को जिम्मेदार मान रहे हैं.

दरअसल डोटासरा जिले के लक्ष्मणगढ़ से विधायक हैं और वर्तमान में वह पीसीसी प्रमुख भी हैं. ऐसे में उनका प्रभाव किसी से छुपा हुआ नहीं है.

जिले से पीसीसी सदस्यों की सूची में जातीय गणित के अनुसार सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह रही कि इस सूची में एक भी मुस्लिम प्रतिनिधि नहीं है. जबकि 7 जाट,4 राजपूत 2-2 ब्राह्मण व एसी और एक महाजन जाति का सदस्य बनाया गया है. मजे की बात है श्रीमाधोपुर ब्लॉक से पिता-पुत्र विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत और बालेंद्रु सिंह सदस्य बने हैं.

बहरहाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्यों के नाम घोषित होने के बाद आने वाले विधानसभा चुनाव में जिले में कैसी खिचड़ी पकेगी, इसकी झलक देखने को मिली है.

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