रेगिस्तानी आक के पौधे से आमदनी प्राप्त कर लखपति दीदी बनेगी राजीविका एसएचजी महिला

रेगिस्तानी आक के पौधे से आमदनी प्राप्त कर लखपति दीदी बनेगी राजीविका एसएचजी महिला

राजीविका सीकर की एसएचजी महिलाओं आक के पौधे फल को बेचकर आमदनी प्राप्त करने के संबंध में प्रशिक्षण प्राप्त किया। राजीविक स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को कॉटन कॉपरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान से जिला परियोजना प्रबंधक इकाई सीकर कार्यालय में प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में बताया गया कि रेगिस्तान में पैदा होने वाले आक के पौधे फल की तुड़ाई कर के बेच कर किस प्रकार आमदनी प्राप्त हो। आक(आंकड़ा) के फलों से रेशे निकाल कर इन से महंगे गर्म कपड़े बनाए जाते है। इन फलों को राजीविका स्वयं सहायता समूह की महिला एकत्रित कर के बेचेगी जो 25 रूपये प्रति किलां के भाव से कॉटन कॉपरेशन ऑफ इंडिया के द्वारा खरीदा जायेगा। अर्चना मौर्य जिला परियोजना प्रबंधक राजीविका ने बताया कि आक के पौधे के फल को कलस्टर स्तर पर एसएचजी महिलाओं के माध्यम से एकत्रित करवाया जायेगा जिसकां बाद में कॉटन कॉपरेशन ऑफ इंडिया को उचित मूल्य पर बेचा जायेगा। इस माध्यम से एसएचजी महिलाओं की आमदनी बढ़ाई जायेगी। इस दौरान जिला प्रबंधक आजीविका अनुराग स्वामी, संदीप कुमार जूनियर कमर्शियल एक्जीक्यूटिव सीसीआई एवं कृषि सखियां एवं एसएचजी महिला उपस्थित रहीं।

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