लहसुन के भाव को लेकर किसान नाराज, सचिवालय के बाहर लहसुन के ढेर

बारां तहसील क्षेत्र से आए किसानों ने मिनी सचिवालय के बाहर लहसुन की ढेरियां लगाकर नारेबाजी कर सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया

Baran : राजस्थान के बारां में भारतीय किसान संघ ने पूरे जिले में तहसील मुख्यालयों पर लहसुन के समर्थन मूल्य खरीद की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान सरकार की ओर से किसानों से लहसुन 5000 रुपए प्रति क्विंटल के भाव पर खरीदने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया किया.

बारां तहसील क्षेत्र से आए किसानों ने मिनी सचिवालय के बाहर लहसुन की ढेरियां लगाकर नारेबाजी कर सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया. किसान संघ का कहना है कि साल 2018 में सरकार ने बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत 3250 रुपए प्रति क्विंटल में लहसुन की खरीद की थी.

जबकि इस साल सरकार ने लहसुन का समर्थन मूल्य 2957 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया है, जो पिछले 300 रुपए तक कम है. जबकि महंगाई के कारण खेती के सारे खर्चे विगत 5 सालों में बढ़ गए हैं. ऐसे में ये किसानों के साथ अन्याय है. जिला अध्यक्ष अमृत छजावा के नेतृत्व में किए गए प्रदर्शन में लहसुन के साथ ही खरीफ फसल का आपदा राहत के तहत किसानों को भुगतान करने और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का क्लेम दिए जाने की भी मांग की.

गौरतलब है कि खरीफ में सोयाबीन, उड़द समेत कई फसलों में अतिवृष्टि से काफी खराबा हुआ था. जो कि बीमा क्लेम निर्धारण के मापदंडों में 70% तक की क्षति होना पाया गया है. किसान संघ के जिला अध्यक्ष अमृत छजावा ने बताया कि ये धरना प्रदर्शन पूरे जिले में किए गए है. बावजूद इसके भी किसानों की मांगों का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन को तेज किया जाएगा.

कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर मांगों को पूरा करने की मांग की. इससे पहले बारां तहसील क्षेत्र के सभी किसान धानमंडी में जमा हुए जहां से दुपहिया वाहनों के साथ नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्री पहुंचे.

इस दौरान जिला मंत्री भूपेंद्र शर्मा व युवा प्रमुख मुकुट नागर, पुरुषोत्तम सुमन  समेत बारां तहसील अध्यक्ष भोजराज यादव व मंत्री राम कुमार नागर प्रदर्शन के दौरान किसानों की अगुवाई कर रहे थे.

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