युवा संगठनों का 50 प्रतिशत महिला आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन: राजनीतिकरण के आरोप…..
बेरोजगार युवाओं ने सरकार को चेताया, महिला सशक्तिकरण की आड़ में अन्याय का आरोप
50 प्रतिशत महिला आरक्षण के खिलाफ बेरोजगार युवा छात्र संगठनों ने राजस्थान के सीकर में विरोध प्रदर्शन किया और आक्रोश रैली का आयोजन किया। बड़ी संख्या में युवाओं ने नवलगढ़ रोड से कलेक्ट्रेट, कल्याण सर्किल होते हुए रामलीला मैदान तक मार्च किया, जहां संगठन के नेताओं ने अपनी बात रखी। युवा शक्ति राजस्थान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष, मनोज मीणा, ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित 50 प्रतिशत महिला आरक्षण का उद्देश्य सशक्तिकरण नहीं, बल्कि राजनीतिक लाभ उठाना है। उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों से राजस्थान के विभिन्न जिलों में इस आरक्षण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। युवाओं ने दो बार भजनलाल सरकार को इस मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रयास किए हैं, जिसमें पैदल मार्च और आक्रोश रैलियां शामिल थीं। सीकर में आयोजित रैली में, युवाओं ने सरकार पर महिला सशक्तिकरण के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया। मनोज मीणा का कहना था कि लेवल-वन में महिला आरक्षण लागू होने से बेरोजगार युवाओं के अवसरों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि अन्य आरक्षण श्रेणियों के चलते युवाओं के लिए उपलब्ध सीटें पहले से ही बहुत कम हैं। प्रदर्शनकारी युवाओं ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि यह बिल वापस नहीं लिया गया, तो उनके हितों को और नुकसान होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि महिला सशक्तिकरण के नाम पर सही कदम यह होगा कि राज्य में महिला मुख्यमंत्री बने और मंत्रिमंडल में 50 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
Comments are closed.