शनि पुष्य नक्षत्र पर गूंजे प्रथम पूज्य के जयकारे, भगवान गणपति का हुआ पंचामृत अभिषेक

भक्तों को रक्षा सूत्र बांधकर प्रसाद स्वरूप हल्दी की गांठ वितरित की, गणपति सहस्त्रनाम के साथ गजानन को 1001 मोदक अर्पित किए. इस दौरान मंदिर परिसर में गणपति के जयकारे गूंजे.

Jaipur: सर्वार्थसिद्धि सहित अन्य योग संयोगों में शनिवार को शनि पुष्य नक्षत्र के मौके पर प्रथम पूज्य के मंदिरों में भगवान गणेश का पंचामृत अभिषेक हुआ. सिंदूरी चोला धारण कराकर अथर्वशीर्ष मंत्रों के साथ मोदक, शीतल व्यंजन अर्पित किए.

इस दौरान गणेश मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ नजर आई. खरीददारी के लिहाज से बेहद शुभ दिन रहने से वाहन पूजन के लिए मोतीडूंगरी गणेश जी मंदिर में पहुंचें. सुबह प्रथम पूज्य का अभिषेक किया गया. 501 किलो दूध मय द्रव्यों सहित केवड़ा जल, गुलाब जल, इत्र से अभिषेक किया गया. इसके बाद पंचामृत से अभिषेक कर गंगाजल से स्नान कराया गया.

आकर्षण का केंद्र रही फूल बंगला झांकी 
भक्तों को रक्षा सूत्र बांधकर प्रसाद स्वरूप हल्दी की गांठ वितरित की, गणपति सहस्त्रनाम के साथ गजानन को 1001 मोदक अर्पित किए. इस दौरान मंदिर परिसर में गणपति के जयकारे गूंजे. गणपति को नवीन पोशाक धारण कराकर फूल बंगले में विराजमान किया. नहर के गणेश जी मंदिर, चांदपोल स्थित परकोटे वाले गणेश मंदिर में पं. अमित शर्मा के सान्निध्य में गणेशजी महाराज का सुबह मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत अभिषेक पूजा की गई. इसके बाद गणपति को नवीन पोशाक धारण करवाई गई. फूल बंगला झांकी आकर्षण का केंद्र रही.

धारण करवाई गई नवीन पोशाक 
भक्तों ने गणपति स्त्रोत अष्टोत्तरशतनाम के पाठ कर सुख समृद्धि की कामना की. चौड़ा रास्ता के काले गणेशजी, दिल्ली बाईपास रोड स्थित आत्माराम गणेश मंदिर में भी अभिषेक हुए. गलता गेट स्थित गीता गायत्री गणेश मंदिर में पंडित राजकुमार चतुर्वेदी के सान्निध्य में गणेश जी का विशेष श्रृंगार किया. गणपति अथर्वशीर्ष के पाठ महिला मंडल की ओर से किए गए. सूरजपोल बाजार स्थित श्वेत सिद्धि विनायक मंदिर में पं. मोहन लाल शर्मा के सान्निध्य में गणपति का दुग्धाभिषेक और यज्ञ हुआ. इसके साथ ही नवीन पोशाक धारण करवाई गई.

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