शहीद के बेटों को हक के लिए लड़ना पड़ा, वीरांगना की पेंशन अटकी…
क्वार्टर किराये की एनओसी के बिना 10 लाख की पेंशन नहीं मिल रही
2008 में कुपवाड़ा में शहीद हुए सैनिक सुल्तान सिंह की वीरांगना सजना देवी की 2021 में डेंगू से मौत के बाद उनके दो नाबालिग बेटों को अपने हक के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। सजना देवी को अनुकंपा नियुक्ति के तहत सरकारी क्वार्टर मिला था, लेकिन उनकी मृत्यु के बाद प्रशासन ने 2.40 लाख रुपये के बकाया किराये की एनओसी के बिना उनकी पेंशन की 10 लाख रुपये की राशि रोक दी है। मजबूरी में मामा के घर रह रहे सचिन और अमित ने कलेक्टर और अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं मिला।
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