सीकर डिपो की बस सेवा में कमी, यात्री बोले- मासिक पास होते हुए भी निजी वाहनों में यात्रा करनी पड़ रही…

रोडवेज की लोकल बसों के परिचालकों की कमी से यात्री परेशान, कई मार्गों पर बसें बंद

सीकर। रोडवेज की लोकल बस सेवा में गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। एक महीने पहले शुरू किए गए नए मार्गों पर परिचालकों की कमी और निर्धारित इनकम टारगेट के कारण लगभग 30-40 प्रतिशत बसों का संचालन बंद हो गया है। इस वजह से ग्रामीण क्षेत्रों के यात्रियों को रोज़ाना यात्रा में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, और वे अतिरिक्त किराया देकर निजी वाहनों में सफर करने को मजबूर हो रहे हैं।

सीकर डिपो के कई मार्गों पर बसों का संचालन कम हुआ है, खासकर खंडेला, नीमकाथाना, फतेहपुर और नावा मार्ग पर। यहां तक कि 15 दिन से अधिक समय से यात्री मासिक पास होने के बावजूद निजी वाहनों का सहारा लेने को विवश हैं। कई यात्रियों का कहना है कि वे निर्धारित समय पर रोडवेज बसों का इंतजार करते हैं, लेकिन कई बार बसें तय समय पर नहीं चलतीं, या फिर बसों की संख्या इतनी कम हो गई है कि यात्रा की सुविधा पूरी नहीं हो पाती।

संजय, जो सीकर से नीमकाथाना मार्ग पर यात्रा करते हैं, ने बताया कि “शाम को बसों का संचालन मात्र एक गाड़ी से किया जा रहा है, और वह भी समय पर नहीं चलती। इसके कारण हमें निजी बसों से सफर करना पड़ता है।” वहीं, रानोली के यात्री गोविंद कुमार और राधेश्याम ने भी शिकायत की कि वे मासिक पास के बावजूद 15 दिनों से निजी वाहनों में यात्रा कर रहे हैं।

रोडवेज प्रशासन ने परिचालकों की कमी को पूरा करने के लिए सिविल डिफेंस के जवानों को हायर किया है, और उम्मीद जताई है कि जल्द ही सभी मार्गों पर बसों का संचालन सुचारू रूप से शुरू हो जाएगा। प्रशासन ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है और दावा किया है कि जल्द ही परिचालकों की नियुक्ति के बाद सभी बंद बसों का संचालन फिर से शुरू होगा।

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